पुरवा उन्नाव ।जहां सूबे के उपमुख्यमंत्री व स्वास्थ्य मंत्री स्वास्थ्य एवं चिकित्सा को लेकर लगातार सजग रहते हैं और आए दिन कहीं ना कहीं निरीक्षण भी करते हैं उसके बाद भी उन्नाव सीएमओ के अधीनस्थ पुरवा सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के हालात बद से बत्तर हैं यहां के चिकित्सकों पर स्वास्थ्य मंत्री व योगी सरकार का कोई भय नहीं है लाखों रुपए वेतन लेने के बाद भी गंभीर से गंभीर गरीब मरीजों का इलाज झोलाछाप डॉक्टर द्वारा किया जाता है एवं दुर्घटना ग्रस्त लोगों का मरहम पट्टी टांके लगाना इन्ही झोलाछाप डॉक्टरों द्वारा किया जाता है डॉक्टर अपने कमरे में बैठे-बैठे ही मरीज को बिना देखे रेफर बना देते हैं वही दवाई भी बाहर से लाने को पर्ची लिखकर दे देते हैं वही एक सड़क दुर्घटना में गंभीर घायल व्यक्ति जब एंबुलेंस द्वारा पुरवा सीएचसी लाया गया तो उसका अस्पताल गेट पर ही डॉक्टरों द्वारा रखे गए झोलाछाप डॉक्टर (सीएमओ एसीएमओ समकक्ष) के द्वारा इलाज किया जा रहा है इस संबंध में जब सीएमओ से दूरभाष पर संपर्क किया गया तो उन्होंने मोबाइल उठाना भी मुनासिब नहीं समझा ऐसी दशा में क्षेत्र की स्वास्थ्य व्यवस्था का हाल भगवान भरोसे ही है अब देखना है की पुरवा सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पर जिले के आला अधिकारी व सीएमओ क्या कार्यवाही करते हैं या फिर अभय दान देते हैं