सोनभद्र/सिंगरौली। सोमवार को भारत सरकार की मिनिरत्न कंपनी नॉर्दर्न कोलफील्ड्स लिमिटेड (एनसीएल) की दूधीचुआ परियोजना के मशीनी बेड़े में एक नयी इलैक्ट्रिक रोप शॉवेल को शामिल किया गया। इस नयी इलैक्ट्रिक रोप शॉवेल को सीएमडी एनसीएल भोला सिंह ने राष्ट्र की ऊर्जा सुरक्षा में योगदान के लिए दूधीचुआ खदान में नियोजित किया।इस उद्घाटन कार्यक्रम के दौरान मुख्य अतिथि एनसीएल के सीएमडी भोला सिंह के अतिरिक्त निदेशक (तक./संचालन) जितेंद्र मलिक विशिष्ट अतिथि के रूप में उपस्थित रहे। साथ ही महाप्रबंधक (उत्खनन) मुख्यालय, महाप्रबंधक दूधीचुआ एवम मुख्यालय के विभिन्न विभागाध्यक्ष व अन्य कर्मी भी उपस्थित रहे।दूधीचुआ के मशीनी बेड़े में शामिल हुई 20 क्यूबिक मीटर क्षमता की इलैक्ट्रिक रोप शोवेल बेहद ही आधुनिक तकनीक व नवीनतम सुरक्षा सुविधाओं से लैस है। एनसीएल में इन मशीनों का उपयोग परियोजनाओं में मुख्यतः अधिभार हटाने में किया जा रहा है। गौरतलब है कि एनसीएल के मशीनी बेड़े में 1150 से अधिक एचईएमएम शामिल है। देश की बढ़ती ऊर्जा आवश्यकता के अनुरूप एनसीएल के उत्पादन लक्ष्य भी बढ़ रहें है जिनको पूरा करने के लिए एनसीएल नई मशीनें नियोजित कर रही है। वर्तमान में एनसीएल प्रबंधन मशीनीकरण पर भारी मात्रा में पूंजीगत निवेश कर रही है जिस से विशालकाय 20 क्यूबिक मीटर क्षमता की शोवेल,190 टन क्षमता के डंपर, नई ड्रेगलाईन व अन्य नई मशीनें अपनी खदानों में उतार रही है ।