20 हजार की मांग पर महिला ने दिये 7 हजार, बकाया न देने पर 151 में चालान फिर 4/25 में युवक के चालान का आरोप
एसके सोनी मानवाधिकार मीडिया
रायबरेली। जनपद के आला मुखिया के लाख प्रयासों के बावजूद न अपराध मे कमी आ रही है न पुलिस सुधरने का नाम नही ले रही। बिना सिस्टम के खेल के कुछ करना ही नही चाहती, इसका नजारा कुछ दिनों पूर्व नसीराबाद मे देखने को मिला, लेकिन चौहान गुट व्यापारियों के प्रदर्शन के तुरंत बाद ही सभी मामले एसएचओ की सूझ् बूझ से हल करते हुए व्यापारियों की सभी शर्ते मान ली।
अब ऐसा ही एक मामला रायबरेली के महराजगंज मे प्रकाश मे आया जहां एक महिला ने क्षेत्राधिकारी को शिकायती पत्र देकर दरोगा पर लेनदेन के गंभीर आरोप लगाएं है। अमरावती पत्नी शिवमोहन सिंह निवासी ग्राम मुरैनी ने सीओ महाराजगंज को लिखित शिकायती पत्र देते हुए बताया कि प्रार्थिनी के पति को कैंसर है जिसके इलाज में प्रार्थिनी पूरी तरह बर्बाद हो गई है।
प्रार्थिनी के पुत्र राहुल सिंह का गांव के सियाराम से कहा सुनी हो गई थी जिसके बाद पुलिस ने राहुल को थाने बुलाया दोनों पक्षों में प्रधान प्रतिनिधित्व एवं मेरी उपस्थिति में सुलह पर बात बन गई फिर प्रतिपक्षी की दरोगा ने सुलह की एवज में ₹20000 मांगे नहीं तो धमकी दी कि लड़की के मामले में राहुल जेल चले जाएंगे। पीड़ित डर गई और ₹7000 दरोगा को दे दिया। जिसके बाद दरोगा ने राहुल का 151 में चालान किया।
दिनांक 14.9.2023 को उप जिला अधिकारी महोदय की कोर्ट से जमानत मिल गई व पुनः अगली तारीख मिल गई जिसके बाद पीड़ित पुत्र को लेकर अपने पिता के घर चली गई। दिनांक 25/9/2023 को वापस आए तो पता चला कि उसके पुत्र के नाम दरोगा उपरोक्त प्रतिपक्षी दिनेश गोस्वामी ने एक फर्जी मुकदमा पूर्व प्रधान देवी गोस्वामी के कहने पर पैसा लेकर कर दिया है जिसकी मुकदमा संख्या 319/2023 धारा 4/25 मुकदमा आपके थाने में पंजीकृत है।
प्रार्थिनी ने बताया कि उसके पुत्र राहुल की दिसंबर में शादी है। इस फर्जी मुकदमे से पूरे घर में डर एवं खौफ का माहौल बना हुआ है। अमरावती ने क्षेत्राधिकारी इंद्रपाल सिंह से न्याय की गुहार लगाई। ऐसे में महिला के आरोपों से आप अंदाज लगा सकते हैं कि जनपद रायबरेली की पुलिस के सिस्टम के खेल किस तरह से खेले जाते हैं यह तो पीड़ितों के बयान के बाद ही पता चलता है। अब इस मामले पर सीओ साहब क्या कार्यवाही करते हैं यह तो समय ही तय करेगा।
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शिकायतकर्ता ने जिस तरह शिकायत को थाने में दर्ज कराई थी उस शिकायत में दरोगा ने चालान ना करते हुए एक फर्जी मुकदमा युवक पर लाद दिया, वही लड़की के विषय में दिया गया शिकायती पत्र आखिर 4/25 में कैसे कर दिया गया युवक का चालान, यह जाँच का विषय है।
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सूत्रों की माने तो विवादों से घिरे रहते है दरोगा दिनेश गोस्वामी, बताया जाता है कि बछरावां थाने में तैनाती के दौरान भीम आर्मी के एक कार्यकर्ता सौरभ कुमार को केवल दलित होने की वजह से इतना मारा पीटा था कि वह अस्पताल पहुंच गया था। जिस पर भीम आर्मी के कार्यकर्ताओं ने कप्तान कार्यालय से लेकर कई जगह पर धरना प्रदर्शन किया था। तब कहीं जाकर दिनेश गोस्वामी को बछरावां थाने से हटाया गया था।