पास बुक लिए माथा पीट रहे रिटायर्ड कर्मचारी, उड़ गई लाखों की राशिपेंशनरों के खातों से उड़े लाखों रूपए, मची खलबलीटीकमगढ़ । कोढ़ी-कोढ़ी माया जोरी… और जब यह माया रूपी राशि अचानक गायब हो जाये, तो गरीब रिटायर्ड कर्मचारियों पर क्या बीतेगी। अचानक गायब हुई राशि को लेकर रिटायर्ड कर्मचारियों में असमंजस की स्थिति बनी हुई है। खातों से गायब हुई राशि को लेकर दो दिन गुजरने के बाद भी अब तक इस मामले में बैंक अधिकारी और जिला प्रशासन कुछ भी कह पाने की स्थिति में नजर नहीं आ रहा है। सरकारी सेवा से रिटायर्ड होने के बाद जो पेंशन ही रिटायर्ड कर्मचारियों के जीवन यापन का साधन होती है, जब उसी पेंशन की राशि पर डाका पड़ जाये, तो फिर क्या किया जाए। यह कहना है अपनी हजारों रूपए की राशि खोने वाले सेवा निवृत्त कर्मचारियों का। अचानक खातों से गायब हुई हजारों रूपए की राशि को लेकर रिटायर्ड कर्मचारियों में खलबली मची हुई है। आश्चर्य की बात तो यह है कि इस संबन्ध में अब तक शासन के जिम्मेदार अधिकारी एवं बैंक मैनेजर कुछ भी कह पाने की स्थिति में नजर नहीं आ रहे हैं। सारे दिन सेवा निवृत्त कर्मचारी इधर उधर आते जाते नजर आए। उन्होंने बैंक मैनेजर भारतीय स्टेट बैंक टीकमगढ़ को दिए गए आवेदन में खातों से गायब हुई राशि का पता लगाने और खातों से गई राशि वापिस दिलाए जाने पर जोर दिया है। बताया गया है कि पुलिस न पेंशनर्स के भारतीय स्टेट बैंक के खातों से रकम बगैर सूचना और अवकाश के दिन काटी गई है, संदेह होने का कारण बना हुआ है। इस संबन्ध में बैंक मैनेजर को दिए गए आवेदन में कहा गया है कि खातों से निकली राशि के संबन्ध में स्पष्ट जानकारी दी जाये, कि यह राशि आखिर क्यों उड़ाई गई है। इस मामले पर प्रकाश डालते हुए जिला पुलिस पेंशन संघ के जिलाध्यक्ष खलील खान ने बताया कि रविवार अवकाश के दिन दिनांक 25 अगस्त 24 को अचानक मैसेज बहुत से पेंशनरों के मोबाइल पर आए कि उनकी बड़ी मात्रा में रकम काट ली गई है। जब इन पेंशनरों ने खाता चेक किया तो उनकी रकम कटी हुई थी, उस दिन और अगले दिन भी अवकाश था, जो पूर्ण रूप से संदेह उत्पन्न कर रहा है, जिससे सभी पेंशनर्स बहुत दुखी हैं कि उनके साथ कोई धोखाधड़ी तो नहीं हुई है। बताया गया है कि आए मैसेज पर यह स्पष्ट नहीं हुआ कि रकम किसके द्वारा और क्यों काटी गई है और किसके खाते में डाली गई है। उन्होंने कहा है कि कृपया स्पष्ट बताने का कष्ट करें कि आखिर यह हजारों रूपए की राशि खातों से काटी क्यों गई है। बताया गया है कि स्वास्थ्य विभाग में सेवाएं दे चुकी रिटायर्ड कर्मचारी श्रीमती जयंती खरे। बताया गया है कि श्रीमती जयंती खरे एएनएम रिटायर्ड कर्मचारी स्वास्थ्य विभाग का खाता बड़ागांव स्टेट बैंक में था, जहां से जयंती खरे रिटायर्ड एएनएम के खाते से बिना कुछ बताए ही 42 हजार 995 रूपए काट लिए गए हैं। खाते से राशि निकाले जाने से वह घबड़ा गई और तत्काल बड़ागांव पहुंची, जहां बैंक कर्मचारी अधिकारी भी संतोष जनक जवाब नहीं दे सके। इसके अलावा जिन पेंशनरों की बैंक खातों से राशि काटी गई है, उनमें भगवान दास कड़ा के 53 हजार रूपए, राकेश उपाध्याय के 53 हजार, सीताराम अहिरवार के 40 हजार 196 रूपए, सुरेश प्रसाद दौदेरिया के 55 हजार 917 रूपए, भगवत सिंह राठौर के 42 हजार 995 रूपए, शिवाकांत त्रिवेदी के 58 हजार 554 रूपए, राम कृष्ण यादव के 45 हजार 470 रूपए, अनवर अहमद निवासी शेखों का मुहल्ला के 96 हजार एवं सीताराम रिटायर्ड शिक्षक के 54 हजार रूपए शामिल हैं। इसके अलावा भी जिलें के अनेक पेंशनरों के खातों से राशि काटे जाने की चर्चाएं आम बनी हुई है। संगठन ने बैंक मैनेजर से खातों से निकली राशि के बारे में स्थिति स्पष्ट करने और पेंशनरों की काटी गई राशि वापिस दिलाए जाने की मांग की गई है।