प्रयागराज मे छठ पूजा हर्षोल्लास पूर्वक मनाया गया
प्रयागराग मे अर्घ्य अस्ताचलगामी यानी डूबते सूर्य को दिया गया है. जल में दूध डालकर सूर्य की अंतिम किरण को अर्घ्य देने का विधान है. । जिसमे हजारो शर्धालुओ के साथ अर्घ्य अस्ताचलगामी यानी डूबते सूर्य को दिया गया . इस दिन जल में दूध डालकर सूर्य की अंतिम किरण को अर्घ्य देने का विधान है. पुरे संगीत मई छठ पूजा किया गया कीर्तन का कार्य कर्म हो रहा है । सूर्योपासना करने से छठी माता प्रसन्न होकर परिवार में सुख, शांति, धन-धान्य से परिपूर्ण करती हैं। सूर्यदेव की पूजा, अनुष्ठान करने से अभीष्ट फल की प्राप्ति होती है।व्रती का 36 घंटे से चले आ रहे निर्जला उपवास भी सूर्य को अर्घ्य देने के साथ संपन्न हुआ । सूर्य को अर्घ्य देने के साथ व्रती पारण करेंगी।एवं छठ पूजा करने से हर मनोकामना पूरा होता है