बहिनों ने रेशम की डोरी से सजाई भाई बृजेन्द्र की कलाई, दिया आशीर्वाद17 सालों से चली आ रही राखी पर्व मनाने की वीरपुरा में परंपराटीकमगढ़। भाई बृजेन्द्र यादव..। यह वह नाम है जो गाँव की बहिनों को अपने परिवार का हिस्सा समझते आ रहे हैं। हाथों में थाल लिये सज धजकर बहिनें जिला पंचायत सदस्य बृजेन्द्र यादव के यहाँ पहुँची और भैया के हाथों पर रंग बिरंगी राखियां बाँधी। श्री यादव ने बहिनों से चर्चा कर उनके हाल जानें। उन्होंने राखी बाँधने आई बहिनों से आशीर्वाद लिया और उपहार भेंट किये। बृजेंद्र यादव की 17 वर्षों से चली आ रही गांव की बहनों से राखी बंधवाने की परंपरा बदस्तूर जारी है। सैकड़ों बहनों ने ब्रजेंद्र वीरपुरा को राखी बाँधकर उनके लंबी उम्र की कामना की। वर्तमान में जहां राजनीतिक लोग राखी बंधवाने का कार्यक्रम कर रहे हैं। येसे में बृजेन्द्र यादव का परिवार येसा परिवार है, जो पन्द्रह सालों से राखी समारोह आयोजित करते आ रहे हैं। बृजेन्द्र यादव निरंतर जनता के बीच सक्रिय हैं। आप देख रहे होंगे कि विभिन्न पार्टियों के लोग रक्षाबंधन पर राखी बंधवाने का कार्यक्रम करते हुए दिखाई दे रहे हैं, लेकिन ब्रजेंद्र वीरपुर लगातार 17 वर्षों से अपने ग्रामीण क्षेत्र की बहनों से राखी बंधबाते आ रहे हैं। ब्रजेंद्र वीरपुरा को उनकी सैकड़ों बहनों ने राखी बांधकर उनकी लंबी उम्र की कामना की, तो वहीं ब्रजेंद्र वीरपुरा ने अपनी बहनों को उपहार देकर उनके उज्ज्वल भविष्य की कामना की। हम आपको बता दें कि ब्रजेंद्र वीरपुरा तकरीबन 17 वर्षों से अपने गांव की बहनों से राखी बंधबाते आ रहें हैं और भाई का फ़र्ज़ निभाते चले आ रहे हैं। उनके द्वारा अपनी बहनों की हर संभव मदद की जाती हैं। उनकी बहनें भी रक्षाबंधन पर उनके घर पहुँचकर उन्हें राखी बांधती हैं, बहनों का कहना हैं कि उनके ब्रजेंद्र भईया उनकी हमेशा फिक्र करते हैं और जानकारी लगते ही उनकी मदद भी करते हैं। ब्रजेंद्र वीरपुरा का कहना है की उनका गांव उनका परिवार हैं, गांव का हर व्यक्ति उनका अपना हैं। सौंदर्यीकरण और विकास के मामले में वीरपुरा की अपनी अलग पहचान है।