भागवत सच्चिदानंद का स्वरूप है (मधुकर जी महाराज) — प्रयागराज मंडल से अभिषेक गुप्ता की रिपोर्ट
मंगल कलश यात्रा के साथ आरंभ की गई श्रीमद् भागवत कथा ज्ञान यज्ञ
प्रयागराज, श्री जगन्नाथ जी महोत्सव समिति ट्रस्ट एवं क्षत्रिय सोनार युवक समिति एवं महिला समाज के द्वारा काशीराज नगर स्थित प्रयागेश्वर नाथ भगवान जगन्नाथ जी के धाम में आयोजित श्रीमद् भागवत कथा के प्रथम दिवस के अवसर पर भक्तों को कथा का रसपान कराते हुए पूज्य श्री विनय प्रिय त्रिपाठी मधुकर जी महाराज वृंदावन ने कहा कि महर्षि वेदव्यास मुनि ने श्रीमद् भागवत गीता की रचना भगवान श्री कृष्ण की लीलाओं से वर्णित किया है जो स्वयं में सच्चिदानंद का स्वरूप है और भगवान श्री कृष्ण का विग्रह और कहा कि भागवत कथा हमेशा सावधान होकर श्रवण करें ताकि मानव अपनी जीवन काल के साथ-साथ अपने मृत्यु को भी सफल बना सके और आगे कहा कि भागवत की कथा प्रेत पीड़ा को समाप्त करती है मानव को मुक्ति का मार्ग प्रदान कराती है और महाराज जी ने शुकदेव आगमन , राजा परीक्षित चरित्र की व्याख्या की
इसके पूर्व मंगल कलश यात्रा निकाली गई जो स्वर्णकार धर्मशाला कल्याणी देवी से आरंभ होकर डॉक्टर पांडे चौराहा बलुआ घाट कटघर से होते हुए काशी राजनगर में आकर विश्राम ली तत्पश्चात श्रीमद् भागवत पूजन पारायण और कथा का शुभारंभ किया गया
कथा के मुख्य यजमान क्षत्रिय सोनार युवक समिति के अध्यक्ष रोहित वर्मा एवं उनकी पत्नी गुलाब वर्मा और पुरुषोत्तम लाल केशरवानी रहे
इस अवसर पूर्व पार्षद उमेश चंद्र जायसवाल, शशिकांत जायसवाल पप्पू,संयोजक बसंत लाल आजाद, दुर्गा प्रसाद गुप्ता , जय राम गुप्ता, जय राम गुप्ता, अमर रस्तोगी, इंद्रेश नाथ वर्मा, शिवम सोनी, श्रीमती क्रांति जौहरी ,रचना वर्मा आशा सोनी, आरती की
संचालन राजेश केसरवानी ने किया
इस अवसर अरुण साहू,सुनील अरोड़ा हैप्पी कसेरा ,पवन गुप्ता ,रामलाल गर्ग, अरुण साहू, अजय अग्रहरि, अभिलाष केसरवानी, शत्रुघ्न जायसवाल, परमेश्वर केशरवानी, आदि रहे