मुख्यमंत्री ने राज्य के सरकारी स्कूलों में जनजातीय भाषा की पढ़ाई को प्रोत्साहन देने हेतु अधिकारियों को दिए कई अहम दिशा-निर्देश
★ जनजातीय भाषा की पढ़ाई शीघ्र शुरू हो, यह सुनिश्चित करें
★ समृद्ध जनजातीय भाषाओं को प्रोत्साहन देना राज्य सरकार का लक्ष्य
★ जनजातीय भाषाओं के विशेषज्ञ शिक्षकों की नियुक्ति करें
रांची (झारखंड)। मुख्यमंत्री श्री चम्पाई सोरेन ने आज झारखंड विधान सभा स्थित मुख्यमंत्री कक्ष में वरीय अधिकारियों के साथ बैठक कर राज्य के सभी सरकारी विद्यालयों में जनजातीय भाषा की पढ़ाई शीघ्र प्रारंभ करने पर जोर दिया। मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को निर्देश दिया कि झारखंड की समृद्ध स्थानीय जनजातीय भाषाओं को प्राथमिकता देते हुए स्कूलों में अध्यनरत विद्यार्थियों को जनजातीय भाषा की शिक्षा उपलब्ध कराना सुनिश्चित की जाए।
मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को निर्देश दिया कि जनजातीय भाषा की पढ़ाई के लिए संताली, हो, कुड़ुख, खड़िया, मुंडारी सहित सभी जनजातीय भाषाओं के विशेषज्ञ शिक्षकों की नियुक्ति शीघ्र करें। मुख्यमंत्री ने निर्देश दिया कि प्रारंभिक कक्षाओं से ही जनजातीय भाषा की पढ़ाई शुरू हो सके इस निमित्त सभी तैयारियां जल्द करें। मुख्यमंत्री ने कहा कि विभाग प्राप्त आकलन के आधार पर सभी प्रक्रिया ससमय पूरा कर ले।
इस अवसर पर अनुसूचित जनजाति, अनुसूचित जाति एवं पिछड़ा वर्ग कल्याण विभाग के मंत्री श्री दीपक बिरुवा, अपर मुख्य सचिव श्री अविनाश कुमार, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव श्री विनय कुमार चौबे, अनुसूचित जनजाति, अनुसूचित जाति एवं पिछड़ा वर्ग कल्याण विभाग के सचिव श्री कृपानंद झा, स्कूली शिक्षा एवं साक्षरता विभाग के सचिव श्री उमा शंकर सिंह सहित अन्य अधिकारी उपस्थित थे।