शिव भगवान का स्वरूप है और शंकर है स्वभाव (सतानंद जी महाराज) — प्रयागराज मंडल से अभिषेक गुप्ता की रिपोर्ट
11000 शिवलिंग के निर्माण के संग होगा महा रुद्राभिषेक
कर्तव्य पथ परिवार के तत्वाधान में आयोजित में मुंशी राम प्रसाद की बगिया नारायण वाटिका मुट्ठीगंज में श्री शिव महापुराण की कथा के द्वितीय दिवस पर कथा का रसपान कराते हुए पूज्य श्री सदानंद महाराज ने कहा कि मन एवं चरित्र को पवित्र करती है शिव महापुराण की कथा और मनुष्य का मनुष्यता ना बिगड़ जाए इसलिए कथा का श्रवण करना चाहिए क्योंकि कथा मनुष्य को राष्ट्र के प्रति निष्ठा उत्पन्न कराती है और जन्म और मरण से मुक्त करता है और कहा कि शिव भगवान का स्वरूप है और शंकर भगवान का है स्वभाव और प्रयंकर भगवान का प्रभाव है जो जगत का कल्याण करते हुए पूज्य व्यास जी ने आगे कहा शिव महापुराण में 24000 श्लोक हैं जो गायत्री मंत्र के 24 अक्षर की व्याख्या करता है
कथा के मुख्य यजमान सपना आर्या रही
मीडिया प्रभारी राजेश केसरवानी ने बताया कि कथा स्थल नारायण वाटिका में 26 जुलाई को सुबह 9:00 बजे से 11000 पार्थिव शिवलिंग का निर्माण किया जाएगा और महा रुद्राभिषेक का आयोजन
कथा की आरती में कुमार नारायण, सतीश चंद्र केसरवानी, मोहित केसरवानी, राम जी केसरवानी शौर्य मिश्रा, साधना चतुर्वेदी, उर्मिला केसरवानी ,राजेश केसरवानी , शैलेंद्र गुप्ता, सांई बाबा,पिंटू कुमार, अभिलाष केसरवानी,राजन शुक्ला ,आशा केसरवानी, उषा केसरवानी, धीरेंद्र चतुर्वेदी, आदि सैकड़ों भक्तगण रहे