श्रीमती शांता जी के नेतृत्व में राष्ट्रीय मानवाधिकार संगठन सहारनपुर अधिवेशन में उमड़ी महिलाओं की भीड़ — प्रयागराज मंडल से अभिषेक गुप्ता की रिपोर्ट
— राष्ट्रीय टीम, प्रदेश टीम और जिला टीम के साथियों ने की सहभागिता।
— प्रयागराज, दिल्ली, देहरादून, हरिद्वार, सहारनपुर के जुटे मानवाधिकार कार्यकर्ता।
सहारनपुर। राष्ट्रीय मानवाधिकार एवं भ्रष्टाचार नियंत्रण ब्यूरो सहारनपुर का अधिवेशन श्रीमती शांता जी के नेतृत्व में शिव मंदिर के समीप नवीन नगर में संपन्न हुई जिसमें राष्ट्रीय टीम, प्रदेश टीम तथा जिला टीम के पदाधिकारियों सदस्यों और वॉलिंटियर्स ने सहभागिता की।
जानकारी के अनुसार सहारनपुर शहर के नवीन नगर में शिव मंदिर के पास राष्ट्रीय मानवाधिकार एवं भ्रष्टाचार नियंत्रण ब्यूरो सहारनपुर का अधिवेशन भव्यता के साथ सहारनपुर जिला उपाध्यक्षा श्रीमती शांता जी के नेतृत्व में संपन्न हुआ जिसमें राष्ट्रीय अध्यक्ष आर के पाण्डेय एडवोकेट, राष्ट्रीय महासचिव गोविंद मिश्रा, राष्ट्रीय सदस्यता प्रभारी एवं उत्तराखंड के प्रदेश अध्यक्ष पीयूष वर्षण,राष्ट्रीय वरिष्ठ उपाध्यक्ष मुकेश कुमार, दिल्ली प्रदेश से प्रमोद कुमार सहित कई दर्जन साथी उपस्थित रहे। कार्यक्रम के दौरान राष्ट्रीय अध्यक्ष आर के पाण्डेय एडवोकेट का भव्य स्वागत करने के साथ उपस्थित पदाधिकारियों, सदस्यों और वॉलिंटियर्स को उनके आई कार्ड और सर्टिफिकेट वितरित किए गए। इस मौके पर राष्ट्रीय आर के पाण्डेय एडवोकेट द्वारा संगठन के बारे में विस्तार से जानकारी देते हुए संगठन के क्रियाकलाप, कार्य योजना, उपलब्धियां, भावी कार्य योजनाओं के बारे में विस्तार से बताने के साथ श्रीराम जन्मभूमि मंदिर अयोध्या के समीप परमशक्ति धाम, गोरसरा शुक्ल में निर्माणाधीन पीडब्ल्यूएस शिक्षालय के बारे में विस्तार से बताया गया। इस अवसर पर प्रमोद कुमार को दिल्ली का प्रदेश अध्यक्ष जबकि श्रीमती शांता जी को पीडब्ल्यूएस शिक्षालय के राष्ट्रीय टीम का स्थाई सदस्य मनोनीत किया गया। इस अवसर पर आर के पाण्डेय एडवोकेट, गोविन्द मिश्र, मुकेश कुमार, पीयूष वर्षण, हर्ष वर्धन, श्रीमती मंजू देवी, सत्यव्रत, श्रीमती शान्ता, प्रियव्रत, श्रीमती अनिता, अनुव्रत, श्रीमती शालू शर्मा, श्रीमती विजयलक्ष्मी, श्रीमती संगीता, श्रीमती उषा पराशर, श्रीमती शकुन्तला, श्रीमती अंजली शर्मा, श्रीमती संतोष, राजकुमार पराशर, श्रीमती कमलेश, रामपाल जी, निधि, श्रीमती कुसुम, कार्तिक, प्रमोद धीमान, प्रणीत धीमान, अनुवर्त, देव वर्त, आशुतोष, प्रदीप कुमार, प्रवेश कुमार आदि साथियों ने भी अपने विचार व्यक्त किए।