श्री राम कथा कल्याणी देवी धाम — प्रयागराज मंडल से अभिषेक गुप्ता की रिपोर्ट
जो सबके हित की चिंता करें वो नायक और जो सिर्फ अपनी चिंता करें वो खलनायक (डॉक्टर अनिरुद्ध महाराज)
मां कात्यायनी स्वरूप में मां कल्याणी का हुआ दिव्य श्रृंगार
श्री नव संवत्सर मानस समिति कल्याणी देवी प्रयागराज के तत्वाधान में माता कल्याणी देवी परिसर में आयोजित नौ दिवसीय राम कथा में पूज्य व्यास डॉ अनिरुद्ध जी महाराज ने भरत जी के आचरण के माध्यम से उन्हें नायक बताया और कहा कि जो अपने हित की चिंता करता है वो नायक है और जो सिर्फ अपनी चिंता करता है वो खलनायक है श्री भरत जी भाई के वनवास व उसके प्रभाव में अपनी आरोपित भूमिका के विषय में दुखी व चिंतित है और तरह-तरह से अपने को निर्दोष होने की सच्चाई का प्रमाण रखते हुए माताओं के रथ को आगे रखते हुए निषाद राज के मार्गदर्शन में और गुरु वशिष्ट के संरक्षण मेंस्वयं सबसे पीछे चल रहे हैं और भारत की दुखी मन से कहते हैं कि इन्हीं रास्तों से भैया राम जी पैदल गए थे मुझे तो “”सिर के बल जाना चाहिए सिर बल जाऊं उचित अस मोही” भरत जी के पैरों में छाले पड़ गए हैं गोस्वामी जी लिखते हैं झलका झल कति पायन कैसे पंकज कोश ओश कन जैसे भारत की महर्षि भारद्वाज जी के आश्रम पहुंचकर ध्यान किया और आगे व्यास जी ने कहा कि भरत जी बार-बार कहते हैं अर्थ न, धर्म न , न काम रुचि गति न चाहों निर्माण जनम, जनम रति राम पद यह वरदान न आन और सभी देवी देवताओं ने भी भरत जैसा कोई राम प्रेमी है ही नहीं कहते हुए पुष्प वर्षा किया
मां कल्याणी देवी मंदिर के अध्यक्ष सुशील कुमार पाठक एवं महामंत्री श्याम जी पाठक ने बताया कि आज नवरात्रि के छठवें दिन माता कात्यानी के स्वरूप में मां कल्याणी जी का दिव्य श्रृंगार किया गया और आगे बताया कि प्रातः 5:00 बजे से रात्रि 1:00 तक मां कल्याणी देवी मंदिर में शत महायज्ञ मां कल्याणी जी का पूजन अर्चन एवं नित्य नूतन श्रृंगार दर्शन के लिए लाखों श्रद्धालु प्रतिदिन आ रहे हैं
कथा का संचालन प्रवक्ता ओंकार नाथ त्रिपाठी ने किया इस अवसर पर पवन केसरवानी, अशोक खत्री, कुमुद सेठ आनंद जी टंडन पप्पन भैया, राजेश केसरवानी श्याम बाबू केसरवानी, अभिलाष क्रांति ने प्रसाद वितरण किया समिति के अध्यक्ष पूर्व विधायक नीलम करवरिया उपाध्यक्ष पुनीत वर्मा, कुमार नारायण , भाजपा महानगर अध्यक्ष राजेंद्र मिश्रा,कुंवर जी टंडन,कृष्ण कुमार पाठक, अनिल पाठक, गरीबदास केसरवानी, रजत चड्ढा, रतन अग्रवाल घनश्याम मौर्य कथा की आरती की