अनिरुद्ध गिरि लावारिस बैग को महिला सुपुर्द कर की मदद, लोगों ने की सराहना
अजनौर निवासी गीतादेवी अहिरवार पिता जगदीश अहिरवार जो रात्रि में 8:30 बजें अपने भाई अभिषेक के साथ ससुराल से मायके आ रही थी तभी अचनाक गुदनवारा के पास उनका बैग गिर गया जिसमें हाप पेटी,मंगलसूत्र,आधार कार्ड, खाता नम्बर और कुछ पैसे थे तभी अचानक से निकल रहे अनिरुद्ध गिरी जी (गुरसराय) को वह बैग मिल गया और उन्होंने भैया शिवम सिंह सोलंकी जी गुदनवारा वालो को बताया कि मुझे रोड़ पर बैग मिला तत्काल उन्होंने खोल कर देखा और सबसे पहले आधार कार्ड दिखा तो उस पर अजनौर का एड्रेस था तो उन्होंने मुझे तत्काल फोन लगाया बोले अमर भाई अजनौर निवासी गीतादेवी अहिरवार का बैग गिर गया जिसमें कुछ सोने चांदी के आभूषण व पैसे हैं आप उन्हें जानकारी दे दें मैंने तत्काल उनके घर पहुंच कर देखा तो उनके मम्मी पापा घर पर नहीं थे सब लोग बैग ढूंढने गए हुए थे उनकी छोटी बहन खुशबू मिली तो उससे मैने बोला कि पापा का नंबर दें उनके पापा से बात कि और कहां मैं अमर सिंह लोधी बोल रहा हूं और आप घबराएं नहीं आप तत्काल गुदनवारा आ जाए गीता को लेकर आपका बैग सुरक्षित रखा हुआ है जैसे ही भैया शिवम सिंह सोलंकी जी गुदनवारा बालो के पास में उनके परिवार जनों को लेकर पहुंचा तो उन्होंने जैसे ही उन्हे देखा की गीता के चेहरे पर आंसू आ रहे थे बहुत दुखी थी बैग देखकर उनके चेहरे पर व उनके परिवार जनों के चेहरे पर मुस्कुराहट आई और उन्होंने बैग उन्हें दे दिया फिर उन्होंने गीता को समझाया कि बेटा इस तरह की लापरवाही नहीं करनी है गाड़ी पर बैठते वक्त सावधानी बरतें भाई साहब अनिरुद्ध गिरी जी एवं भैया शिवम सिंह सोलंकी जी एंव छोटू भाई को हृदय से बहुत-बहुत धन्यवाद आपका किन शब्दों से धन्यवाद करें क्योंकि जो काम आपने किया है जितनी भी तारीफ की जाये उतनी ही कम है पुनः धन्यवाद आप सभी को🙏🙏*