रांची (झारखंड)। घर से लेकर समाज तक, तथा ऑफिसों से लेकर खेत- खलिहानों तक, महिलाएं समाज एवं राज्य के विकास में पुरुषों से ज्यादा योगदान दे रही हैं। इस कार्यक्रम में 55 हजार महिला सखी मंडलों को आजीविका हेतु ₹825 करोड़ की सहायता और क्रेडिट सपोर्ट का वितरण किया गया।
छोटी बच्चियों को सावित्रीबाई फुले किशोरी समृद्धि योजना से जोड़ कर शिक्षा की ओर प्रेरित किया जा रहा है। वहीं बड़ी संख्या में हड़िया बेचने वाली महिलाओं को स्वरोजगार से जोड़ा गया है। हमारा स्पष्ट तौर पर मानना है कि नारी शक्ति के बिना परिवार, समाज, राज्य और देश आगे नहीं बढ़ सकता है। इसलिए उन्हें सशक्त, समृद्ध एवं आत्मनिर्भर बनाना सरकार की प्राथमिकता है।