नई दिल्ली में ऊर्जा सम्मेलन में ऊर्जा मंत्री की भागीदारी:
उत्तर प्रदेश के ऊर्जा एवं नगर विकास मंत्री श्री ए.के. शर्मा ने नई दिल्ली में आयोजित राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के ऊर्जा मंत्रियों के सम्मेलन में भाग लिया। इस सम्मेलन का आयोजन केंद्रीय ऊर्जा, आवास एवं शहरी मामले मंत्री श्री मनोहर लाल खट्टर की अध्यक्षता में किया गया। इस दौरान ऊर्जा आवश्यकताओं, ढांचागत विकास, और ऊर्जा क्षेत्र में संभावित रणनीतियों पर गहन चर्चा हुई।
ऊर्जा क्षेत्र में उत्तर प्रदेश का श्रेष्ठ प्रदर्शन:
ऊर्जा मंत्री ने बताया कि प्रदेश ने आरडीएसएस योजना के तहत ढांचागत विकास और लाइन हानियों को कम करने में देश में शीर्ष स्थान प्राप्त किया है। पिछले दो वर्षों में उत्तर प्रदेश में एटी एंड सी हानि को 31% से घटाकर 16.50% तक कम किया गया है। साथ ही, प्रदेश में बिजली की आपूर्ति भी सुचारू रूप से जारी है, जहाँ जून 2024 में एक ही दिन में 30,618 मेगावाट बिजली की आपूर्ति की गई, जो देश में सर्वाधिक थी।
नवीकरणीय ऊर्जा और इलेक्ट्रिक वाहन को बढ़ावा:
प्रदेश ने सौर ऊर्जा में भी अभूतपूर्व प्रगति की है, जिसमें छतों पर सोलर पैनल लगाने और जैव ऊर्जा आधारित बिजली के उत्पादन में सफलता मिली है। प्रदेश अब सीबीजी उत्पादन में पहले स्थान पर है। इलेक्ट्रिक वाहनों को प्रोत्साहन के लिए नगर निगम और परिवहन निगम में भी इसे लागू किया जा रहा है।
उपभोक्ता सेवाओं में सुधार और टेक्नोलॉजी का उपयोग:
बिजली उपभोक्ताओं के लिए ‘संभव’ तकनीकी व्यवस्था और मोबाइल ऐप के माध्यम से शिकायत निस्तारण त्वरित और प्रभावी रूप से किया जा रहा है। अब उपभोक्ता स्वयं अपने बिल बना सकते हैं, और एसएमएस के माध्यम से भुगतान अनुस्मारक भी दिए जा रहे हैं।
राजस्व में बढ़ोतरी और वित्तीय स्थिरता:
प्रदेश की ऊर्जा संस्थाओं की आर्थिक स्थिति में सुधार हुआ है, जहाँ बिलिंग दक्षता में बढ़ोतरी के साथ राजस्व अर्जित करने की क्षमता भी बढ़ी है।