किसानों के साथ संवाद में एफपीओ गठन, तकनीकी सहयोग एवं प्रसंस्करण इकाई के सुदृढ़ीकरण पर हुई चर्चा
जमशेदपुर (झारखंड)। उपायुक्त श्री कर्ण सत्यार्थी ने क्षेत्र भ्रमण के क्रम में मुसाबनी प्रखंड अंतर्गत गोहला पंचायत के देवली गांव में संचालित वेजिटेबल फार्मिंग कलस्टर का निरीक्षण किया। यह फार्मिंग कलस्टर जेएसएलपीएस के सहयोग से संचालित है, जिसके माध्यम से स्थानीय किसान सब्ज़ी उत्पादन, दलहन खेती तथा पशुपालन को अपनाकर अपनी आय में वृद्धि कर रहे हैं।
निरीक्षण के क्रम में उपायुक्त ने किसानों से सीधे संवाद स्थापित कर उनकी जरूरतों और समस्याओं की जानकारी ली। किसानों ने बताया कि सब्जी उत्पादन के साथ-साथ वे दाल (अरहर एवं मूंग) की खेती भी कर रहे हैं, किंतु प्रसंस्करण की सुविधा नहीं होने से बाजार में उचित लाभ नहीं मिल पाता।
किसानों ने दाल प्रसंस्करण हेतु मशीन एवं उपकरण उपलब्ध कराने की मांग रखी। इस पर उपायुक्त ने उन्हें आश्वस्त करते हुए कहा कि प्रशासन की ओर से यथोचित पहल की जाएगी, ताकि स्थानीय स्तर पर प्रसंस्करण इकाई स्थापित की जा सके और किसानों को बेहतर आमदनी मिल सके।
उपायुक्त ने किसानों को सुझाव दिया कि वे किसान उत्पादक संगठन (एफपीओ) का गठन करें, ताकि सरकारी योजनाओं से मिलने वाले सहयोग, अनुदान एवं प्रशिक्षण जैसी सुविधाएं संगठित रूप में उन्हें उपलब्ध हो सकें। उन्होंने तकनीकी सहयोग, उन्नत बीज, जैविक खेती तथा विपणन की संभावनाओं पर भी विस्तृत चर्चा की।
उन्होंने पदाधिकारियों को निर्देश दिया कि किसानों के लिए नियमित प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित किए जाएं, जिससे खेती में आधुनिक तकनीक एवं वैज्ञानिक पद्धतियों का प्रयोग कर उत्पादन बढ़ाया जा सके। साथ ही सब्जी एवं दाल उत्पादन के विपणन हेतु संगठित चैनल से जोड़ने पर बल दिया।
इस अवसर पर प्रभारी जिला योजना पदाधिकारी श्री सुदीप्त राज, प्रखंड विकास पदाधिकारी मुसाबनी सुश्री अदिति गुप्ता, डीपीएम जेएसएलपीएस श्री सुजीत बारी सहित संबंधित विभागों के पदाधिकारी व अन्य उपस्थित थे।