पुरी (ओडिशा), 2 अगस्त: ओडिशा के पुरी ज़िले के बलंगा क्षेत्र में पिछले महीने तीन अज्ञात युवकों द्वारा आग के हवाले की गई 15 वर्षीय नाबालिग बच्ची की दिल्ली के अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) में इलाज के दौरान मौत हो गई। बच्ची का शरीर करीब 70 फ़ीसदी तक जल चुका था।
ओडिशा के मुख्यमंत्री मोहन चरण माझी ने इस घटना पर गहरा शोक व्यक्त करते हुए एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर लिखा,
“बलंगा घटना में पीड़ित बच्ची की मृत्यु का समाचार सुनकर मुझे गहरा दुःख हुआ है। सरकार के तमाम प्रयासों और एम्स दिल्ली की डॉक्टरों की टीम की दिन-रात कोशिशों के बावजूद, उसकी जान नहीं बचाई जा सकी। मैं ईश्वर से प्रार्थना करता हूँ कि बच्ची की आत्मा को शांति प्रदान करें और उसके परिवार को इस अपूरणीय क्षति को सहन करने की शक्ति दें।”
घटना 19 जुलाई को बलंगा थाना क्षेत्र में हुई थी, जब तीन अज्ञात युवकों ने कथित रूप से बच्ची को आग लगा दी थी। बच्ची गंभीर रूप से झुलस गई थी और स्थानीय लोगों की सहायता से उसे तुरंत भुवनेश्वर एम्स में भर्ती कराया गया था। हालत बिगड़ने पर राज्य सरकार ने उसे बेहतर इलाज के लिए दिल्ली एम्स स्थानांतरित किया।
दिल्ली में इलाज के दौरान पीड़िता के कई बार बयान लिए गए, लेकिन अब तक इस जघन्य अपराध में कोई गिरफ्तारी नहीं हुई है। पुलिस मामले की जांच में जुटी हुई है, लेकिन घटना की असली परिस्थिति अभी तक स्पष्ट नहीं हो सकी है।
इस घटना ने राज्यभर में आक्रोश फैला दिया है और लोगों में कानून-व्यवस्था को लेकर गहरी चिंता है। पीड़िता की मृत्यु ने बलात्कार, महिला हिंसा और बाल सुरक्षा जैसे गंभीर मुद्दों को एक बार फिर से राष्ट्रीय बहस के केंद्र में ला दिया है।