-पुलिस व उच्चाधिकारियों ने नहीं सुनी फरियाद तो पीड़ित ने कोर्ट का लिया सहारा, आरोपियों को जारी हुई दो नोटिस
एसके सोनी
रायबरेली/अमेठी। यूपी से अपराध थमने का नाम नहीं ले रहा है, वही बड़े-बड़े महिला अपराध पर अंकुश लगाने के दावे सिर्फ दिखावा साबित हो रहे हैं, आए दिन महिला संबंधित कोई ना कोई ऐसा मामला जरूर प्रकाश में आता है जो शर्मशार कर देने वाला होता है, एक ऐसा ही मामला अमेठी जनपद में प्रकाश में आया, जहां एक स्कूल की छात्रा के साथ पड़ोस के विपक्षियों ने एक माह पूर्व अश्लील हरकत की, छात्रा ने इसकी शिकायत परिजनों से की।
इसके बाद पीड़ित परिजन छात्रा फुरसतगंज थाने पहुंचे लेकिन पुलिस ने मामले को नजरअंदाज कर दिया, पीड़ितों ने कोर्ट का सहारा लिया, कोर्ट से दो नोटिस जारी होने के बाद भी आरोपियों में कोई कोर्ट नहीं पहुंचा, गुस्से में विपक्षियों ने छात्रा सहित परिजनों पर धावा बोलते हुए हमला कर दिया, नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र में इलाज के बाद घायलों को जिला अस्पताल रेफर किया गया।
ज्ञात हो कि शिकायती पत्र के अनुसार दो भाई, दुर्गेश और बिन्देश, पुत्र राम सुमिरन, निवासी पूरे गणेश, थाना फुरसतगंज, जिला अमेठी, टाइल्स लगाने का काम करते हैं और अक्सर दिन भर बाहर रहते हैं, देर शाम तक वापस घर आते हैं। जिस वक्त वह घर से बाहर थे, इसी बीच, मौके का फायदा उठाकर, दिनांक 8 दिसंबर 2024 शाम लगभग 7:30 बजे, राम लखन पुत्र स्व. हीरा लाल, उनकी पत्नी शिव कुमारी, पुत्र सुरेश और पुत्री विद्या, ओम प्रकाश पुत्र स्व. हीरा लाल, उनकी पत्नी, पुत्र मोनू और पुत्री ज्योति, राम नरेश उर्फ पिंटू पुत्र राम लखन, उनकी पत्नी कंचन और सोनू पुत्र मंगल, निवासी पूरे गणेश, थाना फुरसतगंज, जिला अमेठी ने पूर्ण योजना के साथ जानलेवा हमले की मंशा से हमारे घर में घुसकर मारपीट की।
इस घटना के दौरान, बहन अंशिका (उम्र 16 वर्ष) को गंभीर सिर की चोटें आईं, पिता राम सुमिरन (उम्र 50 वर्ष) को गंभीर आंतरिक चोटें आईं, बुआ शीला (उम्र 27 वर्ष), चाचा राम अभिलाष (उम्र 40 वर्ष), चचेरी बहन रीना (उम्र 16 वर्ष), चचेरा भाई सचिन (उम्र 14 वर्ष), और दादी रामावती (उम्र 46 वर्ष) को भी जानलेवा चोटें आईं। सभी का इलाज जिला अस्पताल रायबरेली में चल रहा है। घटना की तत्काल सूचना डायल 112 को दे दी गई थी।
चोटें गंभीर होने के कारण फुरसतगंज पीएचसी से जिला अस्पताल रायबरेली को घायलों को रेफर कर दिया गया है। इससे साफ अंदाज लगाया जा सकता है कि पीड़ित छात्रा के साथ अश्लील हरकत के बाद काश फुरसतगंज पुलिस सख्त कदम उठाती तो शायद आज मारपीट की नौबत ना आती। पूर्व में पीड़ितों ने शिकायती पत्रों को उच्चाधिकारियों को भी डाक के माध्यम से अवगत करवा चुका है।