Latest News
शतरंज | आर प्रग्गनानंद ने रचा इतिहास, कैंडिडेट्स 2026 के लिए अर्हता प्राप्त करने वाले पहले भारतीय बने | शतरंज समाचारलोकसभा में वंदे मातरम पर बहस: पीएम मोदी के नेहरू पर हमले पर कांग्रेस का पलटवार; 3 प्रश्न प्रस्तुत करता है | भारत समाचारकौन हैं इलियास गॉर्डन फ़ार्ले? फ़्लोरिडा के शिक्षक पर Google Docs पर छात्र को तैयार करने, यौन उत्पीड़न का आरोपगोवा हादसा: क्लब को आग की मंजूरी नहीं, बिल्डिंग नियमों का भी उल्लंघन भारत समाचारडीजीसीए ने इंडिगो के सीईओ और सीओओ को नोटिस का जवाब देने के लिए एक बार की मोहलत दीडब्ल्यूटीसी 2025-27: एशेज में 2-0 की बढ़त के बाद ऑस्ट्रेलिया विश्व टेस्ट चैंपियनशिप में शीर्ष पर; भारत कहाँ हैं? , क्रिकेट समाचारएक शोले गीत, संगीत, नृत्य: गोवा नाइट क्लब फुल पार्टी मोड में, फिर घातक आग से 25 की मौत | गोवा समाचार‘यह वास्तव में अफ़सोस की बात है’: विवादास्पद ‘ग्रोवेल’ टिप्पणी के बाद दक्षिण अफ़्रीका के कोच शुकरी कॉनराड ने गलती स्वीकार की | क्रिकेट समाचारएक परिवार के लिए खुशी, दूसरे के लिए पीड़ा: सुनाली वापस, चचेरी बहन स्वीटी अभी भी बांग्लादेश में फंसी है | भारत समाचारफ़ाइल पिंग-पोंग ने जम्मू-कश्मीर सिविल सेवा परीक्षा पर उमर-एलजी विवाद को ट्रिगर किया | भारत समाचारआईवीएफ 10 में से 9 जोड़ों को विनाशकारी कर्ज में धकेल देता है; अध्ययन में पीएम-जेएवाई कवर 81,332 रुपये प्रति चक्र की सिफारिश की गई है | भारत समाचारक्यों दोबारा इस्तेमाल किए गए तेल में तला हुआ खाना आपको कैंसर के खतरे में डाल सकता है?निलंबित टीएमसी विधायक हुमायूं कबीर ने ‘बाबरी मस्जिद’ की आधारशिला रखी।‘पागल’: ईयू द्वारा एक्स पर लगाए गए 140 मिलियन डॉलर के जुर्माने पर एलन मस्क की क्या प्रतिक्रिया थी और प्लेटफॉर्म पर जुर्माना क्यों लगाया गयाइंडिगो की अव्यवस्था के कारण सरकार को सुरक्षा नियम वापस लेने पर मजबूर होना पड़ा।

रायबरेली जिला जेल प्रशासन के नए फरमान से अधिवक्ताओं में रोष

Published on: 30-11-2024

-अब जिला जेल में भी दाखिल करना होगा वकालतनामा

-जेल प्रशासन के फरमान के खिलाफ जिला जज से करेंगे शिकायत- तेज बहादुर एडवोकेट

रायबरेली। जेल अधीक्षक रायबरेली द्वारा एक नया फरमान जारी किया गया। अब जेल में अभियुक्त की पैरवी हेतु अधिवक्ताओं को अभियुक्तों से मिलने के लिए वकालत नामा दाखिल करने का फरमान जेल अधीक्षक रायबरेली द्वारा किया गया। जेल अधीक्षक के इस फरमान से अधिवक्ताओं में काफी रोष है।

वरिष्ठ अधिवक्ता फौजदारी तेज बहादुर ने बताया कि अभी तक सिर्फ न्यायालय में वकालतनामा दाखिल होता था परंतु अब रायबरेली जिला जेल में अभियुक्त से मिलने के लिए वकालत नामा दाखिल करना होगा। उन्होंने बताया कि मुलजिम जेल में होने पर अदालत मेमो रेंडम मांगती है वकालत नामा नहीं लगता, परंतु जिला जेल रायबरेली प्रशासन द्वारा कैदियों से मिलने के लिए वकालतनामा मांगा जा रहा है और अधिवक्ताओं के बैठने हेतु जेल के अंदर व बाहर कोई व्यवस्था नहीं है।

वरिष्ठ अधिवक्ता ने कहा कि जेल प्रशासन रायबरेली के फरमान खिलाफ जिला जज से शिकायत करेंगे तथा उच्च न्यायालय में भी पी आई एल करेंगे।

Manvadhikar Media – आपका भरोसेमंद न्यूज़ प्लेटफ़ॉर्म।
देश–दुनिया, ऑटोमोबाइल, बिज़नेस, टेक्नोलॉजी, फाइनेंस, मनोरंजन, एजुकेशन और खेल से जुड़ी ताज़ा और विश्वसनीय खबरें निष्पक्ष दृष्टिकोण के साथ आप तक पहुँचाना हमारा वादा है।

Follow Us On Social Media

Facebook

Youtube Channel