कांग्रेस में दिखी गुटबाजी दो गुटों में नजर आ रही है कांग्रेसी टीकमगढ़ विधानसभा में कैसे होगी नैया पार

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कांग्रेसमें दिखी गुटबाजी दो गुटों में नजर आ रही है कांग्रेसी टीकमगढ़ विधानसभा में कैसे होगी नैया पार

कमलनाथ की संदेश यात्रा को लेकर आज एक प्रेस वार्ता का आयोजन किया गया जिसमें टीकमगढ़ विधानसभा के कांग्रेस पार्टी के पूर्व विधायक यादवेन्द्र सिंह बुंदेला को दरकिनार कर दिया गया यहां तक कि फ्लेक्स में भी उनकी फोटो नजर नहीं आई इससे साफ जाहिर होता है कि कांग्रेस पार्टी दो गुटों में बट चुकी है जिसमें एक बट में पूनम जायसवाल, अनिल बड़कुल, अजय यादव ,संजू यादव, पार्थ सिंह नजर आ रहे हैं लगता है कि इस बार यादवेन्द्र सिंह बुंदेला को उन्हीं की पार्टी के लोग पसंद नहीं कर रहे हैं और वह अपना गुट बना रहे हैं लेकिन आपको बता दें कि पूनम जैस्वाल जोकि वार्ड में पार्षद है उनका नाम नगर पालिका के अध्यक्ष के रूप में सामने आया था लेकिन पार्टी द्वारा अब्दुल गफ्फार पर विश्वास जताते हुए उन्हें मौका दिया और वह नगर पालिका के अध्यक्ष बने लेकिन अब पूनम जायसवाल लगता है विधानसभा में अपनी दावेदारी पेश कर विधायक का टिकट लेने के चक्कर में नजर आ रही हैं लेकिन इस गुट में अधिक लोग होने के चलते कहीं ऐसा ना हो इस गुट में भी गुटबाजी हो जाए और विफल हो जाए रही बात करे यादवेन्द्र सिंह की तो उनके चुनाव का आंकड़ा देखा जाए तो तकरीबन 30 से 40,000 वोट उन्हें हमेशा प्राप्त होते हैं यानी कि उनका विधानसभा क्षेत्र में जनता का विश्वास देखा गया है लेकिन उस पर उन्हीं के पार्टी के गुटबाजी कर रहे लोग सेंध लगाने का कार्य कर रहे हैं यह तो आने वाला समय तय करेगा की पार्टी किस पर विश्वास रखते हुए टिकट देती है लेकिन अपने बड़े नेताओं को दर किनार करना यह गलत बात नजर आ रही है क्योंकि नेता एक ही पार्टी के हैं और उन्हें एक साथ रहकर ही चुनाव लड़ना चाहिए यह गुटबाजी कहीं ना कहीं कांग्रेस को नुकसान पहुंचाने का काम करेगी