डीएवी परासी में पूर्व प्राथमिक शिक्षिका एवं कम्पूटर शिक्षक प्रशिक्षण कार्यशाला का हुआ शुभारंभ

सोनभद्र,

सोनभद्र। “सीखना अनवरत चलने वाली प्रकिया है,जो जन्म से मृत्यु पर्यंत तक चलती रहती है।” इस उक्ति को चरितार्थ करने के उद्देश्य से डी.ए.वी.शैक्षिक उत्कृष्टता केंद्र,नई दिल्ली के तत्वावधान में आयोजित सत्र 2023-24 के प्रथम चरण के अंतर्गत डी.ए.वी.पब्लिक स्कूल,परासी में पूर्व प्राथमिक एवं कम्प्यूटर शिक्षक-शिक्षिकाओं के लिए 30 जुलाई से 1 अगस्त तक त्रिदिवसीय कार्यशाला आयोजित की जा रही है।

जिसका शुभारंभ डी.ए.वी. स्कूल्स,यू.पी.जोन-डी के सहायक क्षेत्राधिकारी अरविन्द कुमार सिंह के यज़मानत्व में आयोजित दैनिक हवन यज्ञ से हुआ। तीन क्षेत्रीय डी.ए.वी. विद्यालयों में एक साथ आयोजित कार्यशालाओं का शुभारंभ ऑनलाइन प्रोजेक्टर के माध्यम से दीप प्रज्वलन के साथ करते हुए मुख्य अतिथि ककरी परियोजना के महाप्रबंधक नलिन कुमार ख़ुल्बे ने प्रतिभागी शिक्षक-शिक्षिकाओं को संबोधित करते हुए उन्हें वर्तमान परिवेश,नई शिक्षा नीति एवं उसकी माँग के अनुरूप अपनी शिक्षण तकनीकी को उत्तरोतर उन्नत बनाने को कहा। उन्होंने शिक्षकों को बच्चों के दिनों दिन गिरते जा रहे नैतिक व सामाजिक चरित्र पर ध्यान केन्द्रित करते हुए उन्हें एक सभ्य एवं श्रेष्ठ इन्सान बनने की शिक्षा देने की प्रेरणा दी।

इस अवसर विशेष पर क्षेत्रीय डी ए वी विद्यालयों के प्राचार्य उपस्थित थे। इसमें डी.ए.वी. स्कूल्स, यू.पी.जोन-समूह‘डी’ के 18 डी.ए.वी. स्कूलों के 64 प्रशिक्षणार्थी भाग ले रहे हैं | अपने प्रेरक उद्बोधन में सहायक क्षेत्राधिकारी के रूप में अरविन्द कुमार सिंह ने कार्यशाला में उपस्थित विषय विशेषज्ञों, कार्यशाला प्रशिक्षुओं का स्वागत करते हुए सभी प्रशिक्षुओं से मूल्य आधारित शिक्षण पद्धतियों एवं अत्याधुनिक शिक्षण कौशल के(स्मार्टबोर्ड टीचिंग) नवीनतम तकनीकों को सीखने एवं स्वयं के शैक्षिक स्तरोन्नयन द्वारा विद्यार्थियों को लाभान्वित करने की अनिवार्यता पर बल दिया।

इस कार्यशाला में उत्तम कक्षा शिक्षण एवं प्रबंधन तथा क्षमता निर्माण संवर्धन की बारीकिओं से प्रशिक्षणार्थियों को अवगत कराया जा रहा है।इस तरह यह त्रिदिवसीय कार्यशाला अपने मूलभूत उद्देश्यों को प्राप्त करने में अगले दो दिनों तक और संचालित होगी। आज की कार्यशाला के अंत में आयोजक प्राचार्या ने आए हुए सभी अतिथियों का धन्यवाद किया|