लखनऊ।
सोशल मीडिया पर बढ़ती अश्लीलता और इसके युवाओं पर पड़ रहे नकारात्मक प्रभावों को लेकर Al-Khair Khidmat Foundation, Hayat Hospital और Hayat Institute of Nursing, Lucknow के संयुक्त तत्वावधान में एक विशेष जन-जागरूकता अभियान चलाया गया। इस अभियान का मुख्य उद्देश्य समाज में डिजिटल नैतिकता को बढ़ावा देना और खासकर युवाओं को सोशल मीडिया के सकारात्मक इस्तेमाल के लिए प्रेरित करना रहा।
इस अभियान का नेतृत्व वरिष्ठ समाजसेवी नूरैन आलम (नवाब) और डॉ. मिराज अहमद ने किया। कार्यक्रम के दौरान नर्सिंग के छात्र-छात्राओं, डॉक्टरों, सामाजिक कार्यकर्ताओं और विभिन्न वर्गों के गणमान्य नागरिकों ने सक्रिय भागीदारी की।
नूरैन आलम की जोशीली स्पीच बनी आकर्षण का केंद्र
कार्यक्रम की मुख्य विशेषता नूरैन आलम की प्रभावशाली और भावनात्मक स्पीच रही। उन्होंने सोशल मीडिया पर फैल रही अश्लीलता को “सामाजिक जहर” करार देते हुए युवाओं से अपील की कि वे जागरूक बनें और खुद को इस डिजिटल गंदगी से दूर रखें।
उन्होंने कहा,
> “सोशल मीडिया ज्ञान और संवाद का माध्यम है, लेकिन जब उसका उपयोग अश्लीलता फैलाने के लिए किया जाता है, तो ये समाज की जड़ों को खोखला कर देता है। हमें मिलकर इसे रोकना होगा — अपने घरों, स्कूलों, और समाज में इस पर खुलकर चर्चा करनी होगी।”
उनकी बातों ने उपस्थित सभी लोगों को गहराई से प्रभावित किया और उन्हें इस अभियान का हिस्सा बनने के लिए प्रेरित किया।
समाज के प्रमुख लोग हुए शामिल
इस जागरूकता अभियान में कई प्रतिष्ठित समाजसेवी और गणमान्य व्यक्ति शामिल हुए, जिनमें प्रमुख नाम शामिल हैं:
मोहम्मद अली साहिल, इमरान कुरैशी, अब्दुल वहीद, परवेज़ अख्तर, नजम हसन, आमिर मुख़्तार, परमजीत सिंह, गुरमीत सिंह और संजय यादव।
सभी ने इस पहल की सराहना करते हुए इसे हर जिले, कस्बे और गांव तक पहुंचाने की जरूरत पर बल दिया।
छात्र-छात्राओं और मेडिकल स्टाफ की सक्रिय भागीदारी
हयात इंस्टीट्यूट ऑफ नर्सिंग के छात्र-छात्राओं एवं हयात हॉस्पिटल के डॉक्टर्स और स्टाफ ने भी इस मुहिम में उत्साहपूर्वक भाग लिया। उनके माध्यम से अभियान को स्वास्थ्य और शिक्षा के क्षेत्रों में भी आगे ले जाने की योजना है।











