लखनऊ। उत्तर प्रदेश सरकार के कुशल नेतृत्व में आयुष विभाग (यूनानी) निरंतर प्रगति के पथ पर अग्रसर है। प्रदेश में 02 राजकीय यूनानी महाविद्यालय लखनऊ एवं प्रयागराज में संचालित है जिनकी चिकित्सा क्षेत्र में विशेष उपलब्धियां है। शैक्षणिक सत्र-2024-25 हेतु उन दोनों महाविद्यालयों में भारतीय चिकित्सा पद्धति राष्ट्रीय आयोग, आयुष मंत्रालय भारत सरकार, नई दिल्ली द्वारा बी०यू०एम०एस० एवं एम०डी०/एम०एस० पाठ्यकर्माे की सीटों में वृद्धि प्रदान की गयी है।
प्रदेश के राजकीय यूनानी मेडिकल कालेज एवं चिकित्सालय प्रयागराज में बी०यू०एम०एस० की सीटों को 71 से बढ़ाकर 75 सीटों एवं एम०डी०/एम०एस० पाठ्यक्रम के लिए 27 से बढ़ाकर 37 सीटों की प्रवेश हेतु अनुमति प्रदान की गई है। इसी प्रकार राजकीय तकमील उत्तिब कालेज एवं चिकित्सालय, लखनऊ में बी०यू०एम०एस० की सीटों को 70 से बढ़ाकर 75 सीटों एवं एम०डी०/एम०एस० पाठ्यक्रमों के लिए 32 से बढ़ाकर 35 सीटों की प्रवेश की अनुमति प्रदान की गई है जिसके परिणाम स्वरूप छात्रों को और अधिक अवसर प्राप्त हो रहे है। इससे प्रदेश में ही नहीं बल्कि देश में भी इन संस्थाओं एवं यूनानी के प्रचार-प्रसार में अभूतपूर्व सफलता प्राप्त होगी।
ऑल इंडिया आयुष पोस्ट ग्रेजुएट प्रवेश परीक्षा (AIAPGET) 2024 में प्रदेश के दोनों राजकीय यूनानी मेडिकल कालेजों के छात्र-छात्राओं ने असाधारण प्रदर्शन करते हुए प्रदेश एवं दोनों संस्थाओं का नाम रौशन करते हुए वरीयता सूची में प्रथम, द्वितीय एवं तृतीय स्थान प्राप्त किया है।
राजकीय यूनानी मेडिकल कालेज एवं चिकित्सालय प्रयागराज की 2016 बैच की होनहार छात्रा डा० रहीन फातिमा निवासिनी लार, जनपद देवरिया ने उक्त परीक्षा में 99.95 पर्सेंटाइल अंक प्राप्त कर प्रथम स्थान प्राप्त किया है। राजकीय तकमील उत्तिब कालेज एवं चिकित्सालय लखनऊ की छात्रा डा० नबीला ने द्वितीय स्थान तथा राजकीय मेडिकल कालेज एवं चिकित्सालय प्रयागराज के छात्र डा० मो० जुनैद ने अपने दृढ़ संकल्प एवं मेहनत से तृतीय स्थान प्राप्त किया। उक्त छात्रों की सफलता प्रदेश के दोनों राजकीय यूनानी महाविद्यालयों के शिक्षकों तथा इन शैक्षणिक संस्थानों की उच्च गुणवत्ता की शिक्षा एवं प्रशिक्षण, तथा छात्रों की योग्यता एवं मेहनत का परिणाम है।
राजकीय यूनानी मेडिकल कालेज एवं चिकित्सालय प्रयागराज में भारतीय चिकित्सा पद्धति राष्ट्रीय आयोग, आयुष मंत्रालय, भारत सरकार नई दिल्ली के निर्देशानुसार दिनांक 24 से 26 जून 2024 तक कॉलेज सभागार में आयुर्वेद, यूनानी एवं सिद्धा कालेजों के स्नातकोत्तर पाठ्यक्रम के गाइडों हेतु वैज्ञानिक लेखन एवं अनुसंधान नीति विषय पर देश का अपने प्रकार की प्रथम कार्यशाला आयोजित की गई जिसमें देश के विभिन्न आयुर्वेद, यूनानी एवं सिद्धा कालेजों के 60 पी०जी० गाइड के अतिरिक्त संस्था के शिक्षक तथा पी०जी० छात्र-छात्राओं ने प्रतिभाग किया। इस कार्यशाला में आयुष विद्याओं के प्रतिष्ठित एवं विद्धान शिक्षा विदों ने अपने व्याख्यान प्रस्तुत किये।
क्षेत्रीय अनुसंधान केन्द्र (यूनानी) प्रयागराज, केन्द्रीय यूनानी चिकित्सा अनुसंधान परिषद नई दिल्ली, आयुष मंत्रालय भारत सरकार तथा राजकीय यूनानी मेडिकल कालेज एवं चिकित्सालय प्रयागराज के संयुक्त तत्वाधान में संस्था के सभागार में ष्जीवन शैली से जुड़ी बीमारियों पर यूनानी औषधियों की भूमिकाष् शीर्षक पर दिनांक 31 जनवरी 2024 को एक दिवसीय नेशनल सेमिनार का आयोजन किया गया जिसमें वक्ताओं ने जीवन शैली से जुड़ी बीमारियों पर होने वाले प्रभाव एवं बचाव हेतु यूनानी औषधियों की भूमिका पर विस्तार से प्रकाश डाला। राजकीय यूनानी मेडिकल कालेज एवं चिकित्सालय प्रयागराज के परिसर में रु0-883.30 लाख की लागत से प्रदेश सरकार द्वारा अधिकारियों एवं कर्मचारियों के आवास का निर्माण कार्य कराया जा रहा है।
प्रदेश में सरकार द्वारा आयुष विभाग के अन्तर्गत संचालित दोनों राजकीय महाविद्यालयों में उच्च कोटि की शैक्षणिक व्यवस्था, छात्र-छात्राओं की सफलता एवं विकास कार्यों आदि पर विशेष बल दिया जा रहा है।