पुरानी दिल्ली के लाल क़िला मेट्रो स्टेशन के पास सोमवार शाम हुए भीषण धमाके ने राजधानी को दहला दिया। इस हादसे में आठ लोगों की मौत की पुष्टि हो चुकी है, जबकि कई वाहन भी इसकी चपेट में आने से क्षतिग्रस्त हो गए।
धमाके की सूचना मिलते ही दिल्ली पुलिस, फ़ोरेंसिक टीम (FSL), राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) और राष्ट्रीय सुरक्षा गार्ड (NSG) मौके पर पहुंच गए। मंगलवार सुबह से ही जांचकर्ता और अधिकारी घटनास्थल पर मौजूद रहकर हर पहलू की गहन जांच कर रहे हैं।
गृह मंत्री अमित शाह ने भी देर रात घटनास्थल का दौरा किया और हालात की जानकारी ली। फ़ोरेंसिक टीम ने कई नमूने इकट्ठा कर जांच के लिए लैब भेज दिए हैं।
दिल्ली पुलिस कमिश्नर सतीश गोलचा ने कहा,
“धमाके से आसपास की गाड़ियों को भी नुकसान पहुंचा है। सूचना मिलते ही संबंधित सभी एजेंसियां मौके पर पहुंच गईं। जांच जारी है और जल्द ही विस्फोट के कारणों का आकलन कर विस्तृत जानकारी साझा की जाएगी।”
अब तक क्या साफ़ नहीं हो पाया?
धमाके की वजह को लेकर अभी तक कोई स्पष्ट जानकारी सामने नहीं आई है। जांच एजेंसियां कई संभावित कारणों की पड़ताल कर रही हैं, जिनमें शामिल हैं:
- क्या कार में पहले से कोई विस्फोटक सामग्री या बम रखा हुआ था?
- क्या कार के फ़्यूल टैंक या CNG टैंक में तकनीकी खराबी के कारण धमाका हुआ?
- क्या कार में बैठे लोगों को किसी खतरे की जानकारी थी?
इन सभी सवालों के जवाब जांच रिपोर्ट आने के बाद ही स्पष्ट होंगे।
फिलहाल सुरक्षा एजेंसियां सभी एंगल पर काम कर रही हैं, और आसपास का इलाक़ा कड़ी सुरक्षा में रखा गया है। राजधानी में सुरक्षा अलर्ट बढ़ा दिया गया है।
