महराजगंज, रायबरेली। विगत एक सप्ताह से एक प्रधानाध्यापक द्वारा व्हाट्सएप मैसेज से शिक्षिका की चैटिंग वायरल करने के मामले में गहनता से जांच करने के बाद आखिरकार शिवेंद्र प्रताप सिंह ने प्रधानाध्यापक को निलंबित कर दिया है।
बताते चलें कि विकासखंड क्षेत्र के प्राथमिक विद्यालय बलीपुर मजरे कुशमहुरा के प्रधानाध्यापक एवं सहायक अध्यापिका के बीच चैटिंग वायरल हो जाने के मामले में आहत शिक्षिका ने जिलाधिकारी रायबरेली को लिखित शिकायती पत्र देते हुए कार्रवाई करने की बात कही थी। जिसको लेकर जिलाधिकारी हर्षिता माथुर ने बी.एस.ए. रायबरेली शिवेंद्र प्रताप सिंह को जांच कर कड़ी कार्रवाई करने की बात कही थी।
जिसको गंभीरता से लेते हुए बी.एस.ए. शिवेंद्र प्रताप सिंह ने खंड शिक्षा अधिकारी महराजगंज राममिलन यादव को मामले को अवगत कराते हुए जल्द ही रिपोर्ट मांगी थी। जिसपर खंड शिक्षा अधिकारी राममिलन यादव ने अपनी रिपोर्ट बी.एस.ए. रायबरेली को सौंप दी थी। जिसमें जांच के दौरान यह पाया गया कि प्रधानाध्यापक दोषी है, जिसको गंभीरता से लेते हुए बी.एस.ए. रायबरेली शिवेंद्र प्रताप सिंह ने दोषी प्रधानाध्यापक को निलंबित कर दिया है।
तो वही मामले में बीएसए रायबरेली ने दूरभाष पर बताया कि प्रधानाध्यापक द्वारा बहुत ही निंदनीय कार्य किया गया है जो कि अक्षम्य है, और ऐसे अपराध करने वाले लोगों को दंड आवश्य मिलना चाहिए, जिसके तहत निलंबित किया गया है।
वही मामले में खंड शिक्षा अधिकारी राममिलन यादव से बात की गई तो उन्होंने बताया कि प्रधानाध्यापक ने अध्यापिका के साथ अच्छा व्यवहार नहीं किया तथा चैटिंग वायरल कर अध्यापिका को मानसिक रूप से परेशान करने की पुष्टि हुई है, तथा कार्य अक्षम्य में था जिसके कारण प्रधानाध्यापक डाक्टर अमरपाल पाल को निलंबित किया गया है।