अब तक का सबसे बड़ा खेल भर्ती अभियान का आरंभ किया
नई दिल्ली। भारत सरकार की खेलो भारत नीति के अनुरूप एक महत्वपूर्ण पहल के तहत, केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल (सीआईएसएफ) देश में खेल प्रतिभाओं को बढ़ावा देने और उनका समर्थन करने के लिए लगातार प्रयासरत है।वर्ष 2024-25 के दौरान,सीआईएसएफ के एथलीटों ने 159 पदक जीतकर नया कीर्तिमान स्थापित किया जो बल के इतिहास में अब तक सर्वाधिक पदक संख्या है। ये पदक अंतर्राष्ट्रीय, राष्ट्रीय और अखिल भारतीय पुलिस खेल आयोजनों में शानदार प्रदर्शन का परिणाम हैं। हाल ही में अमेरिका के बर्मिंघम में संपन्न हुए विश्व पुलिस और अग्निशमन खेल 2025 में, सीआईएसएफ के एथलीटों ने रिकॉर्ड 66 पदक जीते हैं, जिससे राष्ट्रीय पदक तालिका में महत्वपूर्ण योगदान मिला है। उनकी अभूतपूर्व उपलब्धि को मान्यता देने के लिए, महानिदेशक सीआईएसएफ ने 14 जुलाई 2025 को सीआईएसएफ मुख्यालय, लोधी रोड, नई दिल्ली में उन्हें सम्मानित किया। रिकॉर्ड प्रदर्शन में यह उछाल कई प्रमुख पहलों के कारण है, जिनमें खेल निधि में छह गुना वृद्धि (6 करोड़ रुपये तक), प्रति वर्ष 300 दिनों का विशेष आहार भत्ता (200 दिनों से अधिक), शिविरों और प्रतियोगिताओं के दौरान एथलीटों के लिए यात्रा और महंगाई भत्ते (टीए/डीए) में वृद्धि, नए जिम और अत्याधुनिक सुविधाओं की स्थापना, वार्षिक टूर्नामेंट कैलेंडर जारी करना, चोट प्रबंधन के लिए सुविधाएं, आदि शामिल हैं। पहली बार मुख्यालय में खेल गतिविधियों की दैनिक निगरानी के लिए सहायक महानिरीक्षक स्तर के अधिकारी को तैनात किया गया है। पहली बार एक पूर्ण पर्वतारोहण दल का भी गठन किया जा रहा है, जो वर्ष 2026 में माउंट एवरेस्ट पर चढ़ाई अभियान शुरू करेगा। बल ने अपना अब तक का सबसे बड़ा खेल भर्ती अभियान भी शुरू किया है, जिसके माध्यम से 433 होनहार खेल प्रतिभाओं की भर्ती की जानी है, जिनमें 229 महिलाएं शामिल होंगी। यह चयन प्रक्रिया 7 जुलाई 2025 को शुरू हुआ है और 29 जुलाई 2025 तक देश भर के 14 चयन केंद्रों पर जारी रहेगा। इसके माध्यम से लॉन टेनिस, बैडमिंटन, कराटे, साइकिलिंग, तीरंदाजी, तलवारबाजी, कयाकिंग, रोइंग, वुशु, पेनकैक सिलाट जैसे खेलों में 13 नई टीमें बनाई जाएंगी। इस पहल को 12,868 आवेदकों की भारी प्रतिक्रिया मिली है। इनमें 350 अंतर्राष्ट्रीय और 3968 राष्ट्रीय पदक विजेता शामिल हैं। इस अभियान ने अंडमान और निकोबार द्वीप समूह, छत्तीसगढ़ के आदिवासी क्षेत्रों और पूर्वोत्तर राज्यों सहित देश के सभी कोनों से प्रतिभाओं को सामने लाने के लिए प्रयासरत हैं। यह सीआईएसएफ के समावेशी दृष्टिकोण और जमीनी स्तर तक पहुँच पर केंद्रित दृष्टिकोण को दर्शाता है। ओलंपिक पोडियम को ध्यान में रखते हुए, युवा, प्रतिभाशाली और होनहार खिलाड़ियों को ‘उच्च प्रदर्शन एथलीट’ के रूप में पहचाना जाएगा जो पोडियम स्तर पर पहुँच सकें। इन एथलीटों को विदेशों में प्रशिक्षण शिविरों के लिए प्रायोजित किया जायेगा। इसके अलावा, विशेषज्ञ प्रशिक्षकों, फिजियोथेरेपिस्ट, आहार विशेषज्ञों और शक्ति एवं कंडीशनिंग प्रशिक्षकों सहित सहायक कर्मचारियों का एक समर्पित समूह उनकी आवश्यकताओं की पूर्ति के लिए उपलब्ध रहेगा। इन प्रयासों के माध्यम से, संगठन देश के सभी बलों और राज्यों में अग्रणी बनने और खेल उत्कृष्टता का अग्रदूत बनने का लक्ष्य रखता है।