रायबरेली। जनपद रायबरेली में संचालित अस्थायी/स्थायी गोवंश आश्रय स्थलों से मुख्यमंत्री निराश्रित गोवंश सहभागिता/ पोषण मिशन योजनान्तर्गत मकर संक्रांति के विशेष सुपुर्दगी दिवस के अवसर पर महिलाओं, बच्चों एवं अन्य आयु वर्ग में कुपोषण की दर को कम किये जाने के दृष्टिगत गोवंश आश्रय स्थलों से निराश्रित गोवंशों को इच्छुक गो पालकों/किसानों/ पशुपालकों को सुपुर्दगी में दिये जाने का कार्यक्रम मुख्य पशु चिकित्साधिकारी डा० अनिल कुमार की अध्यक्षता में आयोजित किये गये।
योजना में प्रत्येक सुपुर्द गोवंश के भरण पोषण हेतु रू० 50/- प्रतिदिन की दर से प्रतिमाह रू० 1500/- डी०बी०टी० द्वारा लाभार्थी के बैंक खाते में भुगतान किया जाता है। इस प्रकार एक लाभार्थी को अधिकतम 04 गोवंश पर उसे रू० 6000/- प्रतिमाह की आय अर्जित हो सकेगी।
डा० अनिल कुमार द्वारा बताया गया कि गोवंश आश्रय स्थलों से संरक्षित गोवंश की सुपुर्दगी में दिये जाने पर उसके भरण पोषण की बेहतर व्यवस्था हो सकेगी एवं उनका स्वास्थ्य तथा उत्पादन क्षमता भी बढ़ेगी तथा सुपुर्दगी में गोवंश प्राप्त करने वाले परिवार को दूध की उपलब्धता होने पर कुपोषण दूर हो सकेगा। विशेष कुपोषण दिवस के अवसर पर कृष्णपुर ताला, पूरे रत्ती मलिकमऊ चौबारा, मेरूई आदि गोवंश आश्रय स्थलों पर विशेष कार्यक्रम आयोजित किये गये तथा कुल 72 पशुपालकों/ महिलाओं को 126 गोवंशों की सुपुर्दगी की गयी।
कार्यक्रम में विकास खण्ड स्तरीय उप मुख्य/पशुचिकित्साधिकारियों सहित डा० पी०एस० निरंजन, डा० श्रद्धा मिश्रा, डा० संजय कुमार, डा० रामकृष्ण त्रिपाठी, पंकज गुप्ता, प्रशांत सिंह, शशिकांत सोनकर, अनिल यादव, अरविंद कुमार आदि उप मुख्य पशु चिकित्साधिकारी, पशुधन प्रसार अधिकारी, आंगनबाड़ी कार्यकत्री / सहायिका, ग्राम प्रधान व स्थानीय ग्रामीण गोशालाओं में उपस्थित रहे। इस कार्यक्रम के दौरान गोशालाओं में संरक्षित गोवंशों को गुड़ व केला के साथ हरा चारा भी खिलाया गया।