लखनऊ। उत्तर प्रदेश के उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने शनिवार को विजयवाड़ा में आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री एन. चंद्र बाबू नायडू से आत्मीय भेंटकर महाकुम्भ-2025 के भव्य आयोजन में सम्मिलित होने के लिए निमंत्रण दिया। उप मुख्यमंत्री ने विजयवाड़ा पश्चिम विधानसभा क्षेत्र से विधायक व पूर्व केंद्रीय राज्य मंत्री वाई. एस. चौधरी (सुजाना चौधरी) से उनके आवास पर भेंट कर प्रयागराज में आयोजित महाकुंभ में आगमन के लिए निमंत्रित किया।
महाकुंभ में आने के लिए उप मुख्यमंत्री ने वहां रोड शो किया और वहां के लोगों को महाकुंभ की महत्ता व महत्व के बारे में जानकारी देते हुए उन्हें महाकुंभ में सम्मिलित होने की अपील की।इस दौरान विधायक सिद्धार्थ नाथ सिंह भी मौजूद रहे।आंध्र प्रदेश के विजयवाड़ा में यूपी के पूर्व कैबिनेट मंत्री व वर्तमान विधायक सिद्धार्थ नाथ सिंह के साथ जनप्रतिनिधियों एवं गणमान्य लोगों के साथ बैठक को संबोधित कर प्रयागराज में आयोजित महाकुंभ 2025 के लिए औपचारिक निमंत्रण दिया।
उन्होंने अपने सम्बोधन में कहा कि महाकुंभ 2025 में श्रद्धालुओं और पर्यटकों की सुविधा के लिए बहुत ही उच्च कोटि की व्यवस्थाएं की गई हैं। प्रयागराज में अलग-अलग राज्यों से आने वाले भारतीय श्रद्धालुओं और विदेशी पर्यटकों की राह आसान होगी। बताया कि सभी भारतीय भाषाओं के अलावा छह विदेशी भाषाओं में भी साइनेज लगाए जाएंगे। इससे संबंधित प्रमुख स्थलों, मार्गों को जानने में किसी तरह की परेशानी न होने पाए, इसलिए भाषा के स्तर पर भी कई कदम उठाए गए हैं।
महाकुंभ की महत्ता पर प्रकाश डालते हुए कहा कि महाकुम्भ- भारत की सांस्कृतिक, आध्यात्मिक चेतना का स्पंदन है। ’एक भारत- श्रेष्ठ भारत-समावेशी भारत’ की दिव्य और जीवंत झांकी है। सभी से अनुरोध किया कि महाकुंभ में अवश्य आयें और आस्था के संगम में डुबकी लगायें। उप मुख्यमंत्री ने आंध्र प्रदेश के अमरावती स्थित अमरलिंगेश्वर स्वामी मंदिर में देवाधिदेव महादेव भगवान शिव जी के दर्शन और पूजन किया व भगवान शिव से सभी के सर्व कल्याण की प्रार्थना की।अमरावती में भगवान बुद्ध के प्राचीन स्तूप और भव्य प्रतिमा के दर्शन करते हुए कहा कि मौर्य साम्राज्य की विशाल सीमाओं और गौरवशाली विरासत को साक्षात देखकर मन आनंद से भर गया।
जो बातें केवल किताबों में पढ़ीं थीं, आज उन्हें अपनी आँखों से देखना अद्भुत और अलौकिक अनुभव रहा।कहा कि यह पवित्र स्थल न केवल सम्राट अशोक की बौद्ध धर्म के प्रति अटूट निष्ठा का प्रमाण है, बल्कि मौर्य वंश की शक्ति, सांस्कृतिक समृद्धि और धर्म के प्रचार-प्रसार का प्रतीक भी है। अमरावती स्तूप ने भारतीय स्थापत्य, धर्म और इतिहास को अमर बना दिया है।ऐसे स्थलों पर आकर भारतीय होने पर गर्व होता है!
उप मुख्यमंत्री ने आंध्र प्रदेश के विजयवाड़ा स्थित कनक दुर्गा मंदिर में पूर्व कैबिनेट मंत्री व वर्तमान विधायक श्री सिद्धार्थ नाथ सिंह जी के साथ माता दुर्गा जी के दर्शन और पूजन किया व माता दुर्गा जी से देश एवं प्रदेश वासियों के सर्वमंगल की कामना की। इससे पूर्व उन्होंने मातृभूमि की रक्षा हेतु सदैव तत्पर रहने वाले भारतीय सेना के जवानों को सशस्त्र सेना झंडा दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं दी और कहा कि आइए, हम सब लोग ,देश की सेवा में समर्पित सभी वीर सैनिकों के अविस्मरणीय बलिदान एवं उनकी अतुल्य सेवाओं के प्रति कृतज्ञ होकर उन्हें नमन करें।