जमशेदपुर (झारखंड)। मानगो को पुलिस अनुमंडल बनाने की पहल पर पूर्व मंत्री बन्ना गुप्ता का प्रयास रंग लाया हैं, गौरतलब हैं कि जमशेदपुर में क्राइम कण्ट्रोल रोकने हेतु पूर्व मंत्री बन्ना गुप्ता ने अपने मंत्रीकाल में कैबिनेट की बैठक में इस मामले को उठाया था।
इसके बाद व्यक्तिगत रूप से भी मुख्यमंत्री श्री हेमंत सोरेन से मुलाक़ात कर ठोस पहल करने का अनुरोध किया था ताकि इस पर अविलम्ब कार्यवाई करते हेतु ठोस समाधान निकाले!
पूर्व मंत्री बन्ना गुप्ता ने जमशेदपुर विशेष कर मानगो की प्रमुख मुद्दों पर अवगत कराया था :-
प्रमुख बिंदु :
मानगो (जमशेदपुर) तेजी से विकसित हो रहा घनी आबादी वाला इलाका है। यहाँ जनसंख्या वृद्धि, यातायात दबाव और अपराध नियंत्रण की चुनौतियाँ लगातार बढ़ रही हैं।
वर्तमान में मानगो, साकची अनुमंडल के अंतर्गत आता है, जिससे पुलिस बल पर अधिक बोझ पड़ता है और त्वरित कार्रवाई में कठिनाई होती है।
इसी पृष्ठभूमि में पूर्व स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता ने मानगो को एक स्वतंत्र पुलिस अनुमंडल घोषित करने का मुद्दा उठाया था।
उनका मानना था कि इससे स्थानीय लोगों को त्वरित न्याय मिलेगा, पुलिस प्रशासन अधिक प्रभावी होगा और अपराध नियंत्रण बेहतर ढंग से किया जा सकेगा।
यह प्रस्ताव राज्य सरकार और पुलिस मुख्यालय के स्तर पर विचाराधीन लाने का प्रयास करने का अनुरोध किया था।
मानगो में पुलिस प्रमंडल मुख्यालय बनाने की घोषणा पर पूर्व मंत्री बन्ना गुप्ता ने मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन जी के संवेदनशीलता का आभार व्यक्त करते हुए जमशेदपुर और मानगो की जनता की तरफ से धन्यवाद दिया हैं। बन्ना गुप्ता ने बताया कि कुल मिलाकर, यह कदम मानगो के लिए प्रशासनिक सुविधा और सुरक्षा व्यवस्था को मजबूत करने की दिशा में एक बड़ी पहल हो सकती है।
इससे मानगो में क्राइम कण्ट्रोल को रोकने में पुलिस विभाग को सहूलियत होगी और मानगो की जनता को सुरक्षा मिलेगा जिससे ना सिर्फ आम व्यक्ति बल्कि व्यापारी वर्ग को भी लाभ होगा और एक बेहतर भयमुक्त वातावरण मिलेगा।
बन्ना गुप्ता ने बताया कि मानगो में पुलिस अनुमंडल मुख्यालय बनने पर बालीगुमा, उलीडीह, आजाद नगर और मानगो थाना को एककृत कर ठोस योजना बनाई जा सकेगी।
साइबर क्राइम, महिला क्राइम कण्ट्रोल सेल, टेक्निकल सेल की स्थापना होगी जिससे कि पुलिस विभाग को हाईटेक किया जा सकेगा। जिसका सीधा फायदा होगा कि बेहतर पुलिसिंग और क्राइम मुक्त मानगो का निर्माण, उन्होंने बताया कि गृह विभाग द्वारा स्वीकृति मिलने और मुख्यमंत्री जी के सहमति के बाद जल्द ही यह अस्तित्व में आ जायेगा।
याद रहे कि पूर्व मंत्री बन्ना गुप्ता के पहल पर ही जमशेदपुर में सिटी एसपी, ग्रामीण एसपी और सीनियर एसपी के पद का सृजन हुआ था।