- आरोपी अजित कुमार श्रीवास्तव बील्डिंग कंस्ट्रक्शन के नाम पर कई लोगों को बनाया शिकार
- पूर्व में मजदूरों ने भी मजदूरी न मिलने पर कराया था मुकदमा दर्ज
- बिल्डिंग कंस्ट्रक्शन के नाम पर लाभांश का हिस्सा का लालच दिखाकर करता था लाखों की ठगी
शकील अहमद
सरोजनीनगर, लखनऊ । राजधानी लखनऊ में जहां आय दिन कोई न कोई ठगी का शिकार हो रहा वही लखनऊ पुलिस उन्हें गिरफ्तार कर जेल भेज रही है । ऐसा ही एक मामला सरोजनीनगर थाना क्षेत्र में बीते दिनों पत्रकार धर्मेन्द्र तिवारी के साथ लाखों की ठगी करके फरार का सामने आया। बीते दिनों में पीड़ित पत्रकार ने दिए गए तहरीर में बताया कि वर्ष 2023 राव अजीत कुमार सिंह पुत्र स्व0पारस नाथ राव निवासी 244 चन्द्रशेखर आजादनगर कालोनी दरोगा खेड़ा लखनऊ होटल पारस आर.इन ग्राम मिरानपुर पिनवट कानपुर हाइवे पर बनवा रहे थे , होटल के बनवाने में पार्टनरशिप अजीत कुमार श्रीवास्तव पुत्र एम. एम श्रीवास्तव 638/021 सुग्गा मऊ मानस ग्रीन तिराहा इंद्रानगर लखनऊ का निवासी है जो पारस आर इन होटल पार्टनरशिप में निर्माण कार्य करा रहा था, तभी दिनांक 05/04/2023 को अजीत कुमार श्रीवास्तव इनकी पत्नी कुसुम श्रीवास्तव और उनका पुत्र सौरभ श्रीवास्तव मेरे घर आये और उक्त होटल के निर्माण में हमे भी साझेदार बनाया।
जिसमे आधा-आधा लाभांस की बात तय हुई व होटल के इन्टेरियर हेतु पैसे की मांग किया तो विभिन्न तिथियो ने तीनो लोगो ने मेरे साथ धोखा से अपराधिक साजिस करके रुपये 18 लाख नगद व बैंक अकाउंट द्वारा हमसे ठगा। जब होटल का निर्माण हो गया, तब बिना मुझे बताए आपस में अन्य निर्माण कार्यो का हिसाब हो गया और मेरा हिस्सा रुपये 12 लाख कुल साझे कार्य के ऊपर कुल तीस लाख रुपये (3000000) ठग लिया।
जब भी इनसे अपना पैसा मांगा तो बहाना देकर महीनों टालते रहे और उल्टा मुझे गालियाँ व जान से मारने व झूठे मुकदमे फसाने की धमकी भी देते रहे। उक्त लोग शातिर किस्म के है जो पहले भी सरोजनीनगर व अन्य थानो मे ठगी के मुकदमे दर्ज है व सैकडो लोगो के साथ ठगी कर फरार है।
सरोजनीनगर थाना प्रभारी राजदेव राम प्रजापति ने बताया कि दिए गए तहरीर अनुसार तीनों लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया गया है, जांच पड़ताल के दौरान यह भी पता चला कि इससे पहले भी बिल्डिन निर्माण के नाम पर ठगी के मुकदमे दर्ज है, और होटल निर्माण के दौरान कई लोग ठगी के शिकार हुए है।
ठगी के शिकार अन्य पीड़ितों ने भी अजित कुमार श्रीवास्तव के खिलाफ अपने अपने प्रार्थना पत्र स्थानीय पुलिस को दिए है, फिलहाल जांच पड़ताल की जा रही है और तीनों के खिलाफ उचित कानूनी विधिक कार्यवाही की जा रही है।