रायबरेली। सरेनी ब्लाक के रासीगाँव में खड़ंजे निर्माण में घटिया सामग्री व पीली ईंट लगाने से ग्रामीणों मे रोष व्याप्त है। नाली-खड़ंजा का निर्माण कार्य कराया जा रहा हैं। वहीं निर्माण कार्यों में मानकों की अनदेखी कर सरकारी पैसे का बंदरबांट किया जा रहा है। ग्रामीणों की शिकायत के बाद भी सरेनी ब्लाक के अधिकारियो द्वारा कार्यों का निरीक्षण नहीं किया और लापरवाही के चलते सरकार की दी गई धनराशि से खड़ंजे का निर्माण कार्य घटिया सामग्री व पीली ईंट से कराया जा रहा है।
वहीं खड़ंजे पर पीली ईंट में लग रहें घटिया सामग्री मसाले से एक ग्रामीण ने ईंट उखाड़ने की कोशिश की तो ईंट उसके हाथ में आ गई, जिससे कि प्रतीत होता है कि सचिव अजय व ग्राम प्रधान की लापरवाही से कैसे, घटिया सामग्री व पीली ईंट से विकास कार्य खड़ंजे का निर्माण कराया जा रहा है। वहीं कुछ ग्रामीणों ने बताया कि ना तो कोई सरेनी ब्लॉक का जिम्मेदार अधिकारी निरीक्षण करता है, और ना ही इसकी कोई जांच होती है, टेबल के नीचे से लेनदेन में सारी जांच-पड़ताल घटिया निर्माण की कार्यवाही सब फाइलों में दबा दी जाती हैं,और सरकारी पैसा बैंक से निकालकर बंदरबांट कर लिया जाता हैं।
जांच के नाम पर बस खाना पूर्ति की जाती हैं, अब देखना होगा इस काम में क्या कार्यवाही की जाती हैं।जबकि देखा जाए तो जिस भूमि पे खड़ंजे का निर्माण हो रहा है वह चारागाह और किसान लक्ष्मी औतार की भूमि संख्या 221 क की जमीन है जिसका विवाद चल रहा है।
वही पर प्रधान अपनी वोट की राजनीत के चलते जबरन खड़ंजे का कार्य करा रहा है। ग्राम प्रधान द्वारा जबरन चारागाह की भूमि पर पक्का निर्माण कार्य कराया जा रहा है, सबसे बड़ा सवाल क्या चारागाह की भूमि में किसी का कब्जा हो सकता है?