तेल अवीव: गाजा युद्ध विराम को लेकर हमास आखिरी वक्त में इजरायल की कुछ शर्तों से पीछे हट गया है। इससे गाजा युद्ध विराम समझौता अधर में लटक गया है। इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने बृहस्पतिवार को आरोप लगाया कि हमास “दोनों पक्षों के बीच बनी कुछ सहमतियों से आखिरी समय में पीछे हट गया”, जिसके चलते गाजा पट्टी में लंबे समय से जारी युद्ध को खत्म करने और सैकड़ों बंधकों की रिहाई का रास्ता खोलने वाला बहुप्रतीक्षित संघर्ष-विराम समझौता लटक गया है।
बता दें कि अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन और प्रमुख मध्यस्थ कतर द्वारा इस समझौते के पूरा होने की घोषणा के तुरंत बाद नेतन्याहू के कार्यालय की ओर से जारी बयान से समझौते में जटिलताओं का संकेत मिला। नेतन्याहू के कार्यालय ने हमास पर अधिक रियायतें हासिल करने के लिए समझौते की कुछ शर्तों से मुकरने का आरोप लगाया। कार्यालय ने स्पष्ट किया कि नेतन्याहू सरकार संघर्ष-विराम समझौते पर मुहर लगाने के लिए तब तक बैठक नहीं करेगी, जब तक हमास अपना अड़ियल रुख नहीं छोड़ता। कार्यालय ने कहा, ‘‘हमास समझौते से पीछे हट रहा है और अंतिम क्षण में संकट पैदा कर रहा है, जिससे समझौता नहीं हो पा रहा है।’’
कतर में युद्ध विराम को लेकर वार्ता जारी
इजरायल सरकार के प्रवक्ता डेविड मेन्सर ने कहा कि इजरायली वार्ताकारों का प्रतिनिधिमंडल कतर में है और ‘‘समाधान तक पहुंचने के लिए प्रयास जारी रखे हुए है।’’ वहीं, हमास के एक वरिष्ठ पदाधिकारी इज्जत अल-रश्क ने कहा कि उनका संगठन “मध्यस्थों द्वारा घोषित संघर्ष-विराम समझौते के लिए प्रतिबद्ध है।” अमेरिका के निवर्तमान राष्ट्रपति जो बाइडेन और एक प्रमुख मध्यस्थ कतर ने बुधवार को इजरायल और हमास के बीच संघर्ष-विराम समझौते की घोषणा की थी, जिसकी शर्तों में हमास की ओर से इजराइली बंधकों की चरणबद्ध रिहाई, इजरायल में कैद सैकड़ों फिलस्तीनी कैदियों को रिहा किया जाना, गाजा के हजारों विस्थापितों को वापस लौटने की अनुमति देना और क्षेत्र में जरूरी मानवीय सहायता की आपूर्ति सुनिश्चित करना शामिल है। नेतन्याहू के कार्यालय ने आरोप लगाया कि हमास पूर्व में बनी एक सहमति से मुकर गया है, जिससे बाद इजराइल को यह तय करने का अधिकार मिल गया है कि हत्या के जुर्म में सजायाफ्ता किन फिलस्तीनी कैदियों को इजरायली बंधकों के बदले में रिहा किया जाएगा।