महराजगंज/रायबरेली। उत्तर प्रदेश के रायबरेली जिले से एक चौंकाने वाली लापरवाही सामने आई है। ग्राम पंचायत सचिव पर आरोप है कि उन्होंने 68 वर्षीय महिला को कागजों में मृत दिखाकर उनकी वृद्धावस्था पेंशन रोक दी। महिला ने जब इस बात का खुलासा किया, तो गांव और ब्लॉक स्तर पर हड़कंप मच गया। मामला अब सोशल मीडिया पर भी तेजी से वायरल हो रहा है।
7 साल से मिल रही थी पेंशन, अचानक हुई बंद
शिवगढ़ ब्लॉक के कमालपुर आवांडीह मजरे बरियारपुर गांव की रहने वाली किशुन दुलारी (68) ने बताया कि वह करीब 7 साल से वृद्धा पेंशन का लाभ ले रही थीं। लेकिन वित्तीय वर्ष 2023-24 में हुए सत्यापन के दौरान उन्हें कागजों में मृतक घोषित कर दिया गया और उनकी पेंशन रोक दी गई।
पंचायत सचिव पर गंभीर आरोप
किशुन दुलारी का कहना है कि उन्होंने कई बार ब्लॉक कार्यालय जाकर शिकायत की, लेकिन पंचायत सचिव सुमित कुमार वर्मा ने उन्हें सिर्फ टालमटोल किया। उनके बेटे ने जब ऑनलाइन पोर्टल से जानकारी निकाली, तो पता चला कि अधिकारी ने जानबूझकर मृतक रिपोर्ट लगाई है। स्थानीय ग्रामीणों का कहना है कि यह सब पंचायत स्तर की राजनीति का हिस्सा है, जिससे गरीब महिला को सरकारी लाभ से वंचित किया गया।
सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद हरकत में प्रशासन
शिकायत मिलने के बाद एसडीएम गौतम सिंह ने नायब तहसीलदार को मामले की जांच कर रिपोर्ट देने के निर्देश दिए हैं। वहीं, डीपीआरओ सौम्यशील सिंह ने कहा कि सोशल मीडिया के जरिए इस मामले की जानकारी मिली है और संबंधित सचिव के खिलाफ कड़ी कार्रवाई होगी। महिला की पेंशन को फिर से चालू करा दिया गया है और जल्द ही बकाया राशि भी उनके खाते में भेजी जाएगी।