- तीन वर्ष पूर्व हुई थी शादी, साल भर से मायके रहकर जीवन यापन कर रही थी विवाहिता
- सिस्टम बनाने व मामला दबाने में जुटी रही हल्का पुलिस, मौके पर कुछ दिन पूर्व हिलौली में एक मामला दबाने की बात बातों में कबूली
एसके सोनी
उन्नाव, हिलौली। संदिग्ध परिस्थितियों में एक विवाहिता ने अपने मायके में छत के कुंडे में साड़ी बांधकर फांसी के फंदे में झूल कर अपने जीवन लीला को समाप्त कर लिया। सूचना पर पहुंची मौरावां पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। सूत्रों की माने तो जब परिजन घर से इधर उधर निकले तभी घटना दोपहर की बताई जा रही है, लेकिन मौरावां पुलिस घटना में हीलाहवाली करते हुए दबाने के प्रयास में जुटी रही, मीडिया के पहुंचने पर पुलिस रात 8 बजे के बाद पहुंचकर शव को कब्जे में लिया। तब तक शव को परिजनों द्वारा फंदे से उतारा जा चुका था।
जानकारी मौरावां थाना क्षेत्र के हिलौली ब्लॉक स्थित ग्राम सभा खैरताली पोस्ट संदाना मजरे चकसरैया में राधेश्याम यादव के एक पुत्र दो पुत्री है जिसमें बड़ी बेटी की शादी बिहार थाना क्षेत्र में तीन वर्ष पूर्व हुई थी। लगभग साल भर पूर्व से मायके में ही निवास कर रही थी। अचानक महिला ने संदिग्ध परिस्थितियों मे छत के कुंडे में साड़ी के सहारे फांसी लगाकर जीवन लीला को समाप्त कर लिया।
साढ़े तीन बजे परिजनों को जानकारी होने पर हड़कंप मच गया, सूत्रों की माने तो हल्का पुलिस को इसकी जानकारी मिली और पुलिस आसपास आकर वापस लौट गई वहीं मामले को दबाने का प्रयास किया गया। वही 8 बजे के लगभग थाना एसएचओ को फोन पर उसकी सूचना मिली, रात में पुलिस ने पहुंचकर मामले में पूछताछ करते हुए शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम लिए भेज दिया।
पोस्टमार्टम के बाद ही स्पष्ट हो पाएगा कि की महिला की मौत कैसे हुई है। थानाध्यक्ष का कहना है कि शिकायती पत्र मिलने पर जांचकर कार्यवाही की जाएगी।
हल्का पुलिस मामले को दबाने व सिस्टम बनाने जुटी रही
इस पूरे मामले में हल्का पुलिस दोपहर की घटना को दबाने का प्रयास कर मामले को रफा दफा करने का पूरा प्रयास किया, लेकिन घटना की खबर थाने पर पहुंचने के बाद पुलिस को कार्यवाही करनी पड़ी, वही अखिलेश नामक एक पुलिसकर्मी मौकाये वारदात पर यह कहता नजर आया कि अभी कुछ दिन पूर्व हिलौली में एक नाबालिक लड़की की मौत हो गई, हम सभी ने घटना का फोटो वीडियो नहीं बनाया और मामले को रफ़ादफा कर दिया गया। अब पूर्व की घटना कौन सी है यह तो पता नहीं लेकिन पुलिस किस तरह मामले में सिस्टम बनाकर मामले को दबा देती यह साफ जरूर हो गया।