जनजातीय क्षेत्रों के विकास में बहुआयामी योगदान पर हुई चर्चा
जमशेदपुर (झारखंड)। आदि कर्मयोगी अभियान के अंतर्गत प्रखंड स्तरीय मास्टर ट्रेनरों के लिए तीन दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम का शुभारंभ सोन मंडप, सिदगोड़ा में किया गया। कार्यक्रम का उद्घाटन प्रभारी जिला कल्याण पदाधिकारी श्री सचिदानंद महतो, प्रखंड विकास पदाधिकारियों एवं जिला स्तरीय मास्टर ट्रेनरों की उपस्थिति में संयक्त रूप से दीप प्रज्ज्वलित कर विधिवत किया गया। प्रशिक्षण हॉल को आंगन का स्वरूप प्रदान करते हुए गोलाकार संरचना में दीप प्रज्ज्वलित की गई, जिससे सहभागिता एवं सामूहिकता का संदेश दिया गया।
इस अवसर पर विभिन्न गतिविधियों के माध्यम से सभी प्रशिक्षणार्थियों को आदि कर्मयोगी अभियान के उद्देश्य, इसके लक्ष्यों तथा सामने आने वाली चुनौतियों से अवगत कराया गया। प्रशिक्षकों द्वारा बताया गया कि यह अभियान जनजातीय क्षेत्रों के समग्र विकास के लिए एक महत्वपूर्ण पहल है, जिसमें शिक्षा, स्वास्थ्य, पोषण, आजीविका एवं सामाजिक विकास जैसे विभिन्न आयामों पर कार्य किया जाएगा।
प्रशिक्षण के दौरान यह भी चर्चा की गई कि किस प्रकार विभिन्न विभागों की आपसी सहभागिता एवं समन्वय से अभियान को प्रभावी ढंग से लागू किया जा सकता है। मास्टर ट्रेनरों की भूमिका को रेखांकित करते हुए बताया गया कि वे इस अभियान के मुख्य वाहक होंगे, जो प्रशिक्षण प्राप्त कर अपने-अपने प्रखंडों में अन्य कर्मयोगियों को तैयार करेंगे और अभियान की गतिविधियों को धरातल तक ले जाएंगे।
आदि कर्मयोगी अभियान का मुख्य उद्देश्य जनजातीय समाज को आत्मनिर्भर बनाना, उन्हें योजनाओं से जोड़ना तथा उनकी सामाजिक-आर्थिक स्थिति में सुधार लाना है। इस अवसर पर जिला प्रशासन ने उम्मीद जताई कि मास्टर ट्रेनर इस अभियान को सफल बनाने में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगे और जनजातीय समुदाय के विकास में एक ठोस परिवर्तन लाने में सहायक सिद्ध होंगे।