महराजगंज, रायबरेली। भाजपा सरकार के विरोध में विधानसभा घेराव करने जा रहे कांग्रेस पार्टी के राष्ट्रीय सचिव एवं बिहार प्रभारी सुशील पासी को भारी मात्रा में पुलिस बल ने महराजगंज के एक होटल पर ही रोका, जिससे आहत सुशील पासी ने भाजपा सरकार को जमकर कोसा तथा कहा कि उत्तर प्रदेश में जंगल राज कायम है तथा भाजपा के तानाशाह मुख्यमंत्री व बड़े नेता लोकतंत्र की हत्या कर गरीबों, नौजवानों और मजलूमों को अपनी आवाज उठाने नहीं दे रहे हैं, तथा जुर्म व अत्याचार का पूरे प्रदेश में बोलबाला है।
बताते चले की कांग्रेस पार्टी द्वारा महंगाई महिला अत्याचार पेपर लीक व पूरे प्रदेश में सांप्रदायिक सौहार्द बिगाड़ने जैसे अनेक मुद्दों को लेकर आज पूर्व नियोजित कार्यक्रम के तहत कांग्रेस पार्टी के कार्यकर्ताओं व वरिष्ठ नेताओं द्वारा विधानसभा का घेराव करने हेतु कांग्रेस पार्टी के नेताओं को लखनऊ पहुंचना था।
उसी के परिपेक्ष में आज दिनांक 18 दिसंबर को सुबह 10:00 बजकर 15 मिनट पर जैसे ही कांग्रेस पार्टी के राष्ट्रीय सचिव व बिहार विधानसभा प्रभारी सुशील पासी दलबल के साथ अपने घर से कार्यक्रम में शामिल होने के लिए निकले वैसे ही तहसील गेट के पास स्थित एक होटल के समीप भारी मात्रा में सुशील पासी व उनके कार्यकर्ताओं को पुलिस ने रोक लिया और कार्यक्रम में नहीं जाने दिया।
जिससे आहत सुशील पासी की अगुवाई में अनेक कार्यकर्ताओं ने कस्बे के तिराहे से होते हुए तहसील परिसर में जाकर सरकार विरोधी जमकर नारे लगाए और कहा कि भाजपा की तानाशाह सरकार लोकतंत्र की हत्या कर रही है, तो वहीं राष्ट्रीय सचिव सुशील पासी ने पत्रकारों को संबोधित करते हुए कहा कि आज उत्तर प्रदेश में जंगल राज है महिलाएं सुरक्षित नहीं है।
किसान हैरान व परेशान है गरीब लाचार है सरकार खुद दंगा करा रही है, चाहे वह संम्भल का मामला हो या बहराइच का मामला हो हर जगह जातिवाद में बांटने का कार्य भारतीय जनता पार्टी के नेता कर रहे हैं तथा हम सभी अन्याय जुल्म व अत्याचार तथा किसानों की जनहित की समस्याओं को लेकर लखनऊ जा रहे थे।
हम सभी लोगों को भाजपा सरकार के इशारे पर पुलिस बल ने रोका जो लोकतंत्र की हत्या है। वही सुशील पासी ने कहा कि आज लोकसभा के अंदर अमित शाह ने डॉ भीमराव अंबेडकर जो संविधान निर्माता है उनके अपमान करने का काम किया है, जो अक्षम्य है, और देश के करोड़ों लोग बाबा साहब भीमराव अंबेडकर का सम्मान करते हैं।
उनका अपमान करने वाले ऐसे भाजपा नेता को माफी मांगनी ही पड़ेगी नहीं तो यह आंदोलन उग्र रूप धारण करेगा। इस मौके पर भगवान दिन फौजी, सत्रोहन पासी, छेदी पासी, बृजेश पासी, रमेश पासी, अर्जुन पासी, राधेश्याम पासी, विचित्र चौधरी सहित साइकिलों की संख्या में कार्यकर्ता मौजूद रहे।