लद्दाख के वायु सेना के प्रमुख एयर कॉमोडोर डीएस हड्डा, लद्दाख ऑटोनॉमस हिल डेवलपमेंट काउंसिल के प्रमुख ताशी ज्ञानसेन, पूर्व सांसद जामियांग नामग्याल तथा उत्तराखंड युद्ध स्मारक के प्रमुख तरुण विजय उपस्थित थे।
भारतीय वायुसेना तथा उत्तराखंड युद्ध स्मारक की संयुक्त भारतीय रैली 7 हजार किलोमीटर की यात्रा तय कर सियाचीन के सैन्य हवाई से अरुणाचल प्रदेश के बौद्ध नगर तवांग तक की यात्रा पर जा रही है। उसका लद्दाख के उपराज्यपाल ब्रिगेडियर बीडी मिश्रा ने बहुत भव्य समारोह में फ्लैग ऑफ किया। इस समारोह में लद्दाख यूनिवर्सिटी के छात्र, एनसीसी के छात्र, भारतीय थल सेना के बहुत बड़ी संख्या में जवान अपने बंधु भाव को प्रकट करने के लिए वायु सेना दिवस की इस रैली पर उपस्थित हुए थे। इस अवसर पर लद्दाख के वायु सेना के प्रमुख एयर कॉमोडोर डीएस हड्डा, लद्दाख ऑटोनॉमस हिल डेवलपमेंट काउंसिल के प्रमुख ताशी ज्ञानसेन, पूर्व सांसद जामियांग नामग्याल तथा उत्तराखंड युद्ध स्मारक के प्रमुख तरुण विजय उपस्थित थे।
लद्दाख संघ शासित प्रदेश के युवा एवं खेल सचिव विक्रम सिंह मलिक ने समस्त उपस्थित लोगों का स्वागत किया। तरुण विजय ने उपराज्यपाल बीडी मिश्री का वायु सेना रैली में जा रहे सभी वायु वीरों का परिचय करवाया तथा उनके साथ उनके साथ विशेष रूप से उपस्थित थल सेना की दो महिला अधिकारी लेफ्टिनेंट कर्नल अश्विनी पवार और मेजर स्वाति का परिचय कराया। रैली के कमांडर विंग कमांडर विजय प्रकाश भट्ट उनके साथ में उपस्थित रहे। उपराज्यपाल बीडी मिश्रा ने कहा कि उन्हें विश्वास है कि ये रैली समस्त देश में सशस्त्र सेनाओं के प्रति एक आकर्षण और उनके प्रति सम्मान का भाव पैदा करेगी। वायुसेना की सही जानकारी समाज तक पहुंचाएगी। युवाओं में वायुवीर बनने का एक उत्साह पैदा करेगी।
ये रैली लेह से चलकर कारगिल, श्रीनगर होते हुए 14 अक्टूबर की दोपहर देरहादून पहुंचेगी जहां उत्तराखंड विज्ञान एवं तकनीकी परिषद के महानिदेशक डॉ. दुर्गेश पंथ ने उनका स्वागत आयोजित किया है।