चंदौली। युवा संघर्ष के कार्यकर्ताओं ने मुख्यमंत्री के नाम एक संबोधित ज्ञापन उपजिलाधिकारी के माध्यम से सौ पा ज्ञापन में युवा संघर्ष मोर्चा के अध्यक्ष शैलेंद्र पांडे ने कहा कि केंद्र सरकार और आपकी सरकार के द्वारा महिला सशक्तिकरण बेटी की शिक्षा तथा महिलाओं को मजबूत बनाने के लिए लगातार प्रयास किया जा रहे हैं।
देश में महिला सुरक्षा के लिए लगातार कानून बनाए जा रहे हैं और आज उत्तर प्रदेश महिलाओं की सुरक्षा के लिए सुरक्षित जोन हो चुका है लेकिन पंचायती व्यवस्था में महिलाओं को आगे लाने के लिए तमाम आरक्षण के बावजूद भी महिला की भागीदारी सुनिश्चित होने के बाद भी उनके पतियों के द्वारा प्रतिनिधि बनकर पढ़ी-लिखी महिला होने के बावजूद भी उन्हें पर्दे में रखकर उन्हें मानसिक व सामाजिक रूप से दबाने का प्रयास किया जा रहा है।
बहुत सी महिलाएं समाज में बढ़ चढ़कर अपनी भागीदारी अपने प्रतिनिधित्व को सुरक्षित करना चाहती हैं वह पंचायत की बहन बेटियों के साथ कंधे से कंधा मिला करके चलना चाहती हैं लेकिन रूढ़िवादी सोच उन्हें घर से बाहर निकलने नहीं देती है राष्ट्रीय पर्व के दिन भी उन्हे झंडा तोलन के लिए नही कहा जाता है और ना पंचायत भवन या किसी विद्यालय या किसी भी सरकारी कार्यक्रम में भागीदारी न करते उनकी भागीदारी पतियों के चक्कर में सुरक्षित नहीं हो पाती है।
इस पुरानी सोच की वजह से महिला कार्यक्रमों कीजागरूकता का परिणाम धरातल पर उचित तरीके से दिखाई नहीं दे रहाहै वहीं ज्ञापन के बाद उजाला अधिकारी महोदय ने तत्काल मामले को गंभीरता से लेते हुए इस बात से अस्वस्थ किया कि जल्द ही ऐसे प्रतिनिधियों को चिन्हित किया जाएगा जो अपने महिलाओं के जीतने के बावजूद भी उनके अधिकारों का हनन कर रहे हैं।
ज्ञापन देने वालों में प्रमुख रूप से विनय कुमार तिवारी, कुलदीप चौहान, अमित दुबे, संतोष दुबे, दिलीप पांडे, व माधव पांडे आदि प्रमुख रूप से थे।