रायबरेली। नशे की बढ़ती प्रवृत्ति की रोकथाम के लिए नार्को समन्वय केंद्र की बैठक जिलाधिकारी हर्षिता माथुर की अध्यक्षता में कैम्प कार्यालय में सम्पन्न हुई। बैठक में नशीली दवाओं के दुरुपयोग के खिलाफ लड़ाई में समन्वय और सहयोग पर चर्चा की गई। नशीली दवाओं के दुरुपयोग की समस्या पर विस्तार से चर्चा करते हुए जिलाधिकारी ने निर्देश दिया कि मादक पदार्थों के निर्माण स्थलों को चिन्हित करते हुए सम्बन्धित पर कठोर कार्यवाही की जाए।
साथ ही इस समस्या के निदान के लिए आवश्यक कदम उठाये जाए। उन्होंने निर्देश दिया कि राजमार्गो और शिक्षण संस्थानों के आसपास कोई भी शराब की दुकान संचालित नहीं होनी चाहिए। साथ ही जन जागरूकता के माध्यम से युवाओं को नशा छोड़ने और नशीले पदार्थों से दूर रहने के लिए जागरूक किया जाए।
जो लोग भी नशीले पदार्थों की लत में पड़ गए हैं उनका चिकित्सकिय उपचार करवाया जाए और समय समय पर काउंसलिंग के माध्यम से नशा मुक्ति के लिए प्रेरित किया जाए। बैठक में नार्को समन्वय केंद्र की भूमिका पर चर्चा की गई और इसके माध्यम से नशीली दवाओं के दुरुपयोग के खिलाफ लड़ाई में जन सहयोग बढ़ाने पर जोर दिया गया।