सेवानिवृत्त आईएएस अधिकारी व आईआईटी बॉम्बे के प्रोफेसर डॉ सतीश बी. अग्निहोत्री ने दिया व्याख्यान
सिंगरौली। नॉर्दर्न कोलफील्ड्स लिमिटेड (एनसीएल) ने शुक्रवार को “बाल कुपोषण और मृत्यु दर में कमी विषय पर एकदिवसीय क्षमता निर्माण सत्र का आयोजन किया। यह सत्र एनसीएल के सीईटीआई स्थित मैनेजमेंट डेवलपमेंट इंस्टीट्यूट में संपन्न हुआ।कार्यक्रम में सीएमडी एनसीएल बी. साईराम, निदेशक (कार्मिक) मनीष कुमार, निदेशक (वित्त) रजनीश नारायण, निदेशक (तकनीकी/परियोजना एवं योजना) सुनील प्रसाद सिंह, विभिन्न विभागों के विभागाध्यक्ष, सिंगरौली के राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के प्रतिनिधिगण , मुख्यालय एवं विभिन्न परियोजनाओं से सामुदायिक विकास के विभिन्न अधिकारी उपस्थित रहे। कार्यक्रम में मुख्य वक्ता के रूप में विशेष तौर पर आमंत्रित सेवानिवृत्त आईएएस अधिकारी व ग्रामीण क्षेत्रों के लिए प्रौद्योगिकी विकल्प केंद्र (सीटीएआरए), आईआईटी बॉम्बे के प्रोफेसर डॉ सतीश बी. अग्निहोत्री ने व्याख्यान दिया। इस अवसर पर कार्यक्रम को संबोधित करते हुए सीएमडी एनसीएल ने सिंगरौली की भौगोलिक व जननांकीय स्थित के परिप्रेक्ष्य में स्थानीय समाज के समावेशी विकास के लिए एनसीएल सीएसआर की जिम्मेदारियों को महत्वपूर्ण बताया। उन्होने विश्व स्वास्थ्य संगठन के वैश्विक आंकड़ों व संयुक्त राष्ट्र के सतत विकास लक्ष्यों को ध्यान में रखकर हेल्थ फॉर ऑल हेतु कार्य करने का आह्वान किया। साथ ही नई तकनीक व सामाजिक नवाचार के माध्यम से समाज को नव आयाम देने हेतु प्रेरित किया। डॉ सतीश बी. अग्निहोत्री ने अपने व्याख्यान में बाल कुपोषण के कारणों, इसके प्रभावों तथा सीएसआर पहलों के ज़रिए इससे निपटने की रणनीतियों पर विस्तार से प्रकाश डाला। उन्होने बाल कुपोषण, सामाजिक नीति में मानचित्रण एवं तकनीकों के उपयोग, डेटा एवं इसका सटीक विश्लेषण जैसे विभिन्न विषयों को उदाहरण व केस स्टडीस के माध्यम से समझाया। गौरतलब है कि इस कार्यक्रम का उद्देश्य सीएसआर के क्षेत्र में कार्य कर रहे एनसीएल कर्मियों को ‘बाल कुपोषण और मृत्यु दर’ एवं उससे संबन्धित विभिन्न विषयों पर प्रभावी तरीके से कार्य करते हेतु बेहतर नियोजन बनाना व उनका व्यवहारिक समाधान प्रस्तुत करना था । कार्यक्रम का आयोजन महाप्रबंधक (सीएसआर) राजीव रंजन एवं उनकी टीम के संयोजन में हुआ ।