एनटीपीसी विंध्याचल और सीआईएसएफ ने अग्नि सेवा सप्ताह का किया भव्य समापन

Muskan Rajpoot

April 22, 2025

सिंगरौली। एनटीपीसी विंध्याचल ने केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल (सीआईएसएफ) फायर विंग के सहयोग से अग्नि सेवा सप्ताह का भव्य समापन एक प्रेरणादायक समारोह के साथ किया, जो उपस्थित सभी लोगों के लिए एक अविस्मरणीय अनुभव बन गया। “एकजुट होकर करें प्रज्वलन: अग्नि-सुरक्षित भारत” की थीम पर आधारित इस सप्ताह भर चले कार्यक्रम का उद्देश्य न केवल आग से बचाव के प्रति जागरूकता फैलाना था, बल्कि टाउनशिप और आसपास के समुदायों में आपातकालीन स्थितियों से निपटने की तैयारी को भी सशक्त बनाना था। समापन समारोह का मुख्य आकर्षण सीआईएसएफ फायर विंग द्वारा प्रस्तुत रोमांचक लाइव अग्नि प्रदर्शन रहा, जिसमें उच्च इमारतों से रेस्क्यू ऑपरेशन, त्वरित अग्निशमन तकनीकें और अग्नि सुरक्षा पर आधारित नाट्य प्रस्तुति शामिल थी। यह प्रदर्शन केवल मनोरंजन नहीं बल्कि एक शिक्षाप्रद अनुभव भी था, जिसने दर्शकों को आपदा की स्थिति में सतर्कता और त्वरित प्रतिक्रिया की महत्ता समझाई। पूरे सप्ताह के दौरान सीआईएसएफ फायर यूनिट ने कर्मचारियों, स्थानीय निवासियों, स्कूल के बच्चों और ग्रामीणों के बीच जागरूकता अभियान, प्रशिक्षण सत्र और प्रतियोगिताएं आयोजित कर अग्नि सुरक्षा की जानकारी प्रसारित की।

समापन समारोह में इन प्रतियोगिताओं के विजेताओं को वरिष्ठ प्रबंधन द्वारा सम्मानित किया गया, जिससे यह स्पष्ट हुआ कि कर्मचारियों, उनके परिवारों और स्थानीय समुदाय में सुरक्षा को लेकर सक्रिय सहभागिता बढ़ रही है। इस अवसर पर कार्यकारी निदेशक(विंध्याचल) ई. सत्य फणि कुमार ने कहा कि औद्योगिक वातावरण में अग्नि सुरक्षा अत्यंत महत्वपूर्ण है और ऐसे आयोजन लोगों को जागरूक तथा सक्षम बनाने में अहम भूमिका निभाते हैं।वहीं सीआईएसएफ के अग्नि निरीक्षक गगन सैनी ने अग्नि सुरक्षा को केवल औपचारिकता नहीं, बल्कि एक जिम्मेदार आदत के रूप में अपनाने की अपील की। समापन समारोह में एनटीपीसी और सीआईएसएफ के वरिष्ठ अधिकारियों की उपस्थिति रही, जिनमें संजीब कुमार साहा, महाप्रबंधक(प्रचालन एवं अनुरक्षण), डॉ. बी.सी. चतुर्वेदी,मुख्य महाप्रबंधक (चिकित्सा), राजशेखर पाला, महाप्रबंधक (प्रचालन), ए.जे. राजकुमार, महाप्रबंधक (मेंटीनेंस एवं एडीएम), राकेश अरोड़ा, मानव संसाधन प्रमुख (विंध्याचल), मनीष कुमार और सदा राम यादव प्रमुख थे।यह आयोजन न केवल एक साहसिक प्रदर्शन था, बल्कि सुरक्षा संस्कृति को संस्थान और समुदाय में मजबूती से स्थापित करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम भी साबित हुआ।