शकील अहमद
लखनऊ। राजधानी लखनऊ के नेशनल पी जी कॉलेज के रसायन विभाग द्वारा ‘ रासायनिक विज्ञान के बहुआयामी दृष्टिकोंड़ ‘ पर अंतर्राष्ट्रीय सम्मलेन ‘ इंटरनेशनल कांफ्रेंस ऑन मल्टीडिसिप्लिनरी अप्प्रोचेस टु केमिकल साइंसेज (इन्कोमैक्स -2024) का आयोजन किया गया। ये सम्मलेन तीन दिनों (अक्टूबर 24-26, 2024) तक चलेगा। दिनांक 24 अक्टूबर को इस अंतर्राष्ट्रीय सम्मलेन की शुरुआत उद्घाटन सत्र के द्वारा की गयी।
उद्घाटन सत्र में भारत के ‘जल पुरुष’ विश्वविख्यात डॉ. राजेंद्र सिंह (मुख्य अतिथि), प्रो. आलोक धवन (निदेशक, सेंटर ऑफ बायोमेडिकल रिसर्च), प्रो. अतुल गोयल (मुख्य वैज्ञानिक, औषधीय एवं प्रक्रिया रसायन विभाग, सी.डी.आर.आई.), प्रो. जी. के. गोस्वामी (निदेशक, उत्तर प्रदेश राज्य फोरेंसिक विज्ञान संस्थान), प्रो. वी. के. शर्मा (प्रोफेसर, लखनऊ यूनिवर्सिटी), कुंवर उज्जवल रमन सिंह (प्रबंधक), प्रो. देवेंद्र कुमार सिंह (प्राचार्य) एवं डॉ. विकास सिंह (विभागाध्यक्ष) मौजूद रहे। इस सम्मेलन में हाइब्रिड मोड में दुनिया भर से ४० से अधिक प्रख्यात वक्ता, शोधकर्ता, उद्यमी एवं वैज्ञानिक शामिल होंगे।
इसमें भारत समेत जर्मनी, अमेरिका, कनाडा, फ्रांस और पोलैंड के ३०० से अधिक शोधकर्ता एवं शिक्षाविद शोधकार्य प्रस्तुत करने हेतु प्रतिभाग करेंगे। डॉ. राजेंद्र सिंह ने जल की उपयोगिता एवं दीर्घकालिक संरक्षण पर चर्चा की। प्रो. अलोक धवन ने मानव जीवन में रसायन विज्ञान की महत्ता पर जोर दिया। पर. अतुल गोयल ने रसायन विज्ञान में हो रहे नित नए शोध से परिचित कराया। प्रो. गोस्वामी ने फोरेंसिक विज्ञानं में रसायन विज्ञान के महत्व पर उद्बोधन दिया।
प्रो. वी. के. शर्मा ने बताया की रसायन विज्ञान किसी न किसी रूप में बहुआयामी क्षेत्रों से जुड़ा हुआ हे। महाविद्यालय के प्रबंधक उज्जवल रमन सिंह ने सभी प्रतिभागियों से रसायन विज्ञान में अपना उल्लेखनीय योगदान देने के लिए अपना सन्देश प्रेषित किया। प्राचार्य डी. के. सिंह ने बताया कि सम्मलेन का उद्देश्य अंतःविषय सहयोग को बढ़ावा देना है।
विभागाध्यक्ष डॉ. विकास सिंह ने बताया कि विविध वैज्ञानिक विषयों के एकीकरण से अधिक व्यापक और प्रभावशाली परिणाम प्राप्त हो सकते हैं। सम्मलेन के प्रथम दिन उद्घाटन सत्र के बाद अंतर्राष्ट्रीय वैज्ञानिकों एवं शोधकर्ताओं ने अपना व्याख्यान प्रस्तुत किया। प्रथम दिवस का समापन सांस्कृतिक कार्यक्रम द्वारा किया गया।