टीकमगढ़। प्रदेश की तरह जिले में भी 108 जननी एक्सप्रेस एम्बुलेंस मरीजों की जगह टायरो को ढोते पकड़ी जा रही है। और मरीजों को हाँथ ठेलों पर ले जाते हुए वीडियो वायरल हो रहे हैं। जबकि एम्बुलेंस योजना का नाम महिलाओं को समर्पित करते हुए सरकार द्वारा जननी एक्सप्रेस रखा गया था। लेकिन अधिकारियों की मिलीभगत के चलते उक्त योजना को कमाई का जरिया बना लिया गया है। इसलिए प्रदेश में जननी एक्सप्रेस एम्बुलेंस को एक ही महिला को एक ही दिन में 5 बार उपलब्ध कराया हुआ दिखाया। और टीकमगढ़ जिले में उक्त एम्बुलेंस योजना में टायरों का परिवहन किया गया
दरअसल 108 एम्बुलेंस और 108 जननी एक्सप्रेस की लापरवाही लगातार सामने आ रही। कभी मरीजो से खुलेआम पैसों की माँग की जाती है,तो कभी फ़र्ज़ी कॉल डालकर एम्बुलेंस चलाई जाती है।अब देखने वाली बात यह है कि एक तरफ़ शासन द्वारा यह दावा किया जाता है कि सरकारी एम्बुलेंस निशुल्क है।
वही दूसरी ओर मरीजो से पैसों की माँग की जा रही हैं और मरीज़ परेशान होते है।।एक और मामला सामने आया है जिसमें जननी एक्सप्रेस में मरीज़ की जगह टायर रखे हुए थे और जननी एक्सप्रेस ट्रांस्पोर्टिंग का कार्य कर रही थी।मीडिया द्वारा सवाल पूछने पर जननी एक्सप्रेस के चालक द्वारा यह भी कहा गया कि अधिकारियों द्वारा यह काम करवाया जा रहा है।वही दूसरी ओर मरीज़ परेशान होते रहते हैं।
इस मामले में टीकमगढ़ विधायक यादवेन्द्र सिंह का कहना है कि कांग्रेस के द्वारा जो एम्बुलेंस के ख़िलाफ़ लापरवाहियों पर आरोप लगाया है वह बिलकुल सही है।इस मामले से यह सिद्ध होता है कि लगातार लापरवाही की जा रही है और अधिकारियों पर कार्यवाही नहीं की जाती है।विधायक का कहना है कि वह इस मामले को लेकर कलेक्टर से बात करेंगे और उन्हें पत्र भी लिखेंगे।
जबकि दूसरी ओर उक्त मामला संज्ञान में लाने पर जिम्मेदार अधिकारियों द्वारा पुनः जांच नाम का लॉलीपॉप पकड़ाया गया है। टीकमगढ़ सीएमएचओ का प्रभार सँभाल रहे पीके महौर का कहना हैं कि मामले की जाँच की जाएगी।