महराजगंज, रायबरेली। विकासखंड में बैठे अधिकारियों व कर्मचारियों की आव भगत में मस्त रहने वाले सफाई कर्मियों के गांव में न जाकर व सफाई न करने के चलते अनेक गांवों में गंदगी का अंबार व्याप्त है तो वही डेंगू जैसी गंभीर बीमारियां गंदगी के प्रकोप के चलते पनप रही हैं। जिसके चलते गांव में तैनात सफाई कर्मियों के प्रति ग्रामीणों में आक्रोश व्याप्त हो रहा है।
बताते चलें कि महराजगंज विकासखंड के 53 ग्राम पंचायतों में लगभग 64 सफाई कर्मियों की तैनाती की गई है। जिसमें यह निर्देश दिए गए हैं कि, ग्राम पंचायत में तैनात सफाई कर्मी प्रतिदिन गांव जाकर साफ सफाई कर गांव को स्वच्छ भारत मिशन के तहत साफ सुथरा बनाए रखें लेकिन ठीक उसके विपरीत क्षेत्र के ग्राम सभा कोटवा मदनिया,ग्राम सभा कैर, ग्राम सभा अतरेहटा, ग्राम सभा कुबना, ग्राम सभा ओथी, ग्राम सभा सलेथू गांव सहित अनेक गांवों में नालियां बज बजा रही हैं।
तथा रास्तों में पानी बह रहा है जिसके चलते ग्रामीणों को सांस लेना भी मुश्किल हो गया है तथा तैनात सफाई कर्मी अपने अधिकारियों की आव भगत में मशगूल हैं तथा उनकी हर समुचित व्यवस्था में सफाई कर्मी तत्पर हैं। ऐसे में साफ ही अंदाजा लगाया जा सकता है कि, जब विकासखंड में बैठे अधिकारी व कर्मचारियों की आव भगत में सफाई कर्मी मशगूल रहेंगे तो गांव की साफ सफाई राम भरोसे ही रहेगी।
जबकि सरकार द्वारा अनेक गांवों में स्वच्छ भारत मिशन के तहत गांव में ई-रिक्शा भी खरीदे गए हैं जिससे सफाई कर्मचारियों को कूड़ा उठाने में दिक्कत न हो लेकिन सफाई कर्मचारी अपनी खाऊ कमाऊ नीति के चलते गांव में न जाकर सिर्फ विकासखंड व कार्यालय के चक्कर लगाते ही देखे जा रहे हैं। जिसके चलते कई गांव में संक्रमित बीमारियां फैलने की आशंका बढ़ती जा रही है।
जबकि जिले की तेज तर्रार जिलाधिकारी हर्षिता माथुर व मुख्य विकास अधिकारी के सख्त निर्देश हैं कि, मौसम परिवर्तित हो रहा है ऐसे में गांव में तैनात सफाई कर्मचारी साफ सफाई सुनिश्चित करें और गांव को स्वच्छ भारत मिशन के तहत साफ सुथरा बनाए रखें। लेकिन विकासखंड में तैनात सफाई कर्मचारी अपनी मनमानी के चलते गांव में साफ सफाई न कर विकासखंड के चक्कर लगाते देखे जा रहे हैं।
मामले में डीपीआरओ रायबरेली का कहना है कि, शिकायत मिली है जल्द ही जांच कर दोषी पाए जाने वाले सफाई कर्मी पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी।