- कब्जे से फर्जी आधार कार्ड व नोटों व अखबारी कागज की मिक्स गड्डियाँ बरामद
शकील अहमद
सरोजनीनगर, लखनऊ। राजधानी लखनऊ में आय दिन टप्पेबाजी की शिकायतें मिलने को लेकर सरोजनीनगर थाना प्रभारी राजदेव राम प्रजापति के नेतृत्व में सरोजनीनगर पुलिस ने एक टप्पेबाज को धर दबोचा। डीसीपी दक्षिणी के निर्देशानुसार सरोजनीनगर पुलिस टीम ने लोगों को नोटों व मिक्स अखबारी कागज की गड्डी को दिखाकर अधिक नगदी देने का झांसा देकर अपने खाते में रुपये ट्रान्सफर कराकर ठगी करने वाला अन्तर्राज्यीय एक शातिर अभियुक्त सरफराज पुत्र अयाज अहमद निवासी ए- 680 जे0जे0 कालोनी बवाना थाना नरेला जिला उत्तर पश्चिमी राज्य दिल्ली को मुखबिर की सूचना पर शुक्रवार को फर्जी कूटरचित आधार कार्ड व असली आधार कार्ड तथा दो मिक्स गड्डियाँ नोट व अखबारी कागज सहित गिरफ्तार करने में महत्वपूर्ण सफलता प्राप्त की गयी।
उ0नि0 नीशू चौधरी सहित पुलिस बल के चौकी क्षेत्र एयरपोर्ट में गस्त कर रहे थे कि जरिये मुखबिर सूचना प्राप्त हुई कि दो व्यक्ति लक्ष्मण चौक से शहीद पथ को जाने वाले रोड पर आने जाने वाले लोगों को नोटों की गड्डी दिखाकर अपने खाता में पैसा लेने देने की बात कर रहे हैं। सूचना पाते पुलिस मौके पर पहुंची , पुलिस को देखकर एक व्यक्ति टूटी रैलिंग फाँदकर मौके से भाग गया तथा दूसरे व्यक्ति सरफराज पुत्र अयाज जो मुल निवासी लखनऊ का है जो मौके पर पकड लिया गया।
जिसके पास से दो आधार कार्ड एक असली व एक फर्जी कूटरचित तथा उसके कब्जे से बरामद बैग में दो गड्डियाँ प्लास्टिक की रबर से बंधी हुई, जिनमें दोनों तरफ पांच पाँच सौ के दो दो नोट लगे हुए तथा गड्डियों के बीच में नोट के साइज के अखबार को मोडकर रखा गया है, बरामद हुईं। डीसीपी दक्षिणी निपुण अग्रवाल ने बताया कि पुलिस द्वारा पूछताछ पर टप्पेबाज ने बताया कि हम लोग इन्हीं गड्डियों को दिखाकर लोगों को झाँसा देते हैं।
व अपने बैंक खाते में रुपये ट्रान्सफर करा लेते हैं तथा मौके से फरार हो जाते हैं, फिर यह भी बताया कि मेरा जन्म बवाना जेजे कॉलोनी नई दिल्ली में हुआ था व तिहाड़ जेल, दिल्ली से 04 माह पूर्व छूटकर आया हूँ । इस घटना में मेरे साथ में आशिक पुत्र मासूम भी मौजूद था जो मुकदमा उपरोक्त का वांछित अभियुक्त है। दोनों तरफ पाँच पाँच सौ के नोट लगी हुई गड्डियाँ रूमाल में रखी हुई को दिखाकर लोगों को विश्वास दिलाते हैं कि हम लोग जहाँ काम करते हैं वहाँ से हम लोगों को पैसा नहीं मिलता है तो हम लोग पैसे लेकर भाग आये हैं।
हमारे पास एक लाख रुपये रुपये हैं। कैश अपने पास रखने पर पकडे जा सकते हैं इसलिये आप एक लाख रुपये नगद ले लीजिये तथा हमारे खाते में एक लाख की जगह 70,000/- रुपये ट्रान्सफर कर दीजिये। जो लोग झांसे में आ जाते हैं उन्हें हम लोग यही अखबारी कागज व नोटों की मिक्स गड्डियाँ देकर मौका पाकर पीड़ित का पैसा, एटीएम या मोबाइल फ़ोन लेकर फ़रार हो जाते है ।
अब तक कई लोगों के साथ ठगी का कार्य कर चुके हैं।फिलहाल पुलिस द्वारा एक टप्पेबाज को बरामदगी व गिरफ्तारी कर आगे की विधिक कार्यवाही अमल में लायी जा रही है और स्थानीय थाना पर मुकदमा पंजीकृत करते हुए, अन्य टप्पेबाज की तलाश की जा रही है।