शकील अहमद
लखनऊ (सरोजनीनगर)। राजधानी लखनऊ में बुधवार सुबह मानवीय संवेदनशीलता और पुलिस की तत्परता की अनोखी मिसाल देखने को मिली। सरोजनीनगर पुलिस ने मात्र आधे घंटे के भीतर एक छात्रा का खोया हुआ बैग और ₹44,000 नगद बरामद कर माँ-बेटी को लौटा दिया। बैग पाकर परिवार की खुशी का ठिकाना नहीं रहा और पुलिस की ईमानदारी की हर तरफ सराहना हो रही है।
जानकारी के मुताबिक, रायबरेली से अपनी बेटी प्रिंसी को डिफेंस अकादमी में एडमिशन दिलाने आई ममता द्विवेदी का काला रंग का बैग ट्रांसपोर्ट नगर मेट्रो स्टेशन के नीचे ई-रिक्शा में छूट गया। बैग में ₹44,000 नगद और एडमिशन से जुड़े जरूरी दस्तावेज रखे हुए थे। बैग खोने से मां-बेटी परेशान हो गईं और तुरंत पुलिस चौकी पहुँचीं।
कांस्टेबल गोविंद सिंह की सक्रियता
छात्रा की परेशानी सुनते ही कांस्टेबल गोविंद सिंह ने बिना समय गंवाए अपनी बाइक से ई-रिक्शा की तलाश शुरू की। उन्होंने ट्रांसपोर्ट नगर से बनी मोड़ तक लगातार छानबीन की और हर सवारी ठहराव बिंदु पर जाकर जांच की।
टीम का समन्वय और खोज
खोज अभियान में होमगार्ड ध्यानचंद तिवारी ने ई-रिक्शा चेक किए और सीसीटीवी फुटेज खंगाली। वहीं टीएसआई अजमत अली मौके पर लगातार मदद करते रहे। पत्रकार विशाल कुमार चौधरी ने भी पुलिस टीम को सहयोग दिया।
30 मिनट में मिली सफलता
लगातार प्रयास के बाद मात्र 30 मिनट में बैग बरामद हो गया। ई-रिक्शा चालक ने बैग पास की एक दुकान में सुरक्षित रखवाया था। पुलिस ने बैग और उसमें रखे ₹44,000 व जरूरी कागज़ात सही सलामत माँ-बेटी को लौटा दिए।
जनता के लिए मिसाल
पैसे और कागज़ात सुरक्षित लौटने के बाद ममता द्विवेदी ने भावुक होकर कहा कि “हमने बेटी की पढ़ाई के लिए बड़ी मेहनत से यह राशि इकट्ठा की थी। पुलिस ने जिस तत्परता और ईमानदारी से मदद की, वह वाकई काबिले-तारीफ़ है।”
यह घटना न सिर्फ पुलिस की ईमानदारी और जिम्मेदारी का उदाहरण है, बल्कि आम जनता के लिए विश्वास बढ़ाने वाली भी है।