चन्दौली। “ धरोहर संरक्षण सेवा संगठन “ द्वारा सनातन विस्तार के उद्देश्य को लेकर अनवरत चल रहे “ संस्कृति संवाद यात्रा “ की बैठक का ( 26वाँ पड़ाव )द्विवेदी आई.टी.आई. चकिया चन्दौली मे आयोजित हुआ, कार्यक्रम की अध्यक्षता द्विवेदी आई.टी. आई. के प्रवंधक रोशन द्विवेदी ने किया।
मुख्य वक्ता संगठन के प्रमुख संयोजक कृष्णा नन्द पाण्डेय ने कहा किसी राष्ट्र की संस्कृति उस राष्ट्र की प्राण होती है जहाँ हमारी संस्कृति कमजोर हुईं वो भू भाग इस राष्ट्र से अलग हो गया,सनातन धर्म को मजबूत करने के लिए सनातन संस्कृति को जानना होगा, यह संभव तभी होगा जब हम वेद, पुराणो, और अपने धर्म ग्रंथों का अध्ययन अपनी दिन चर्या मे लायेंगे, अध्ययन से ज्ञात होगा कि हमारी संस्कृति शस्त्र व शास्त्र दोनों की है।
संस्कृति ही हमारा आत्मगौरव है हर सनातनी को अपने संस्कृति के विस्तार के लिए एकजुट होकर कार्य करने की ज़रूरत है संस्कृति विस्तार से ही हर सनातनी को गर्व की अनुभूति होगी,इसके लिए हर व्यक्ति को सनातन विस्तार योद्धा बनना होगा,अपने आत्मगौरव की रक्षा व विस्तार के लिए सनातन संस्कृति के केन्द्र मन्दिरो को दिव्य स्वरूप मे लाना होगा।
वक्ताओं मे प्रतीक पाण्डेय ने कहा हमारे पूर्वजों ने अपना बलिदान देकर संस्कृति व राष्ट्र को बचाया, जिन सभ्यताओ ने अपनी संस्कृति व धरोहर की रक्षा के लिए योद्धा नहीं तैयार किए उनकी संस्कृति व धरोहर नष्ट हो गयी, शस्त्र व शास्त्र दोनों मे पारंगत हर सनातनी होगा तभी मानवता व सनातन की रक्षा हो पाएगा। डा. अरविन्द पाण्डेय ने कहा अभी समय है अवसर है, हर सनातनी को अपनी सुरक्षा के बारे मे सोचने का, भारत का हर सनातनी हिन्दू जब योद्धा बनेगा तभी सनातन संस्कृति का विस्तार होगा।
अध्यक्षीय उद्धबोधन मे प्रताप पाण्डेय ने कहा कि सनातन ही मानवता का रक्षक है ,सनातन संस्कृति को जन जन तक पहुँचाना होगा, सनातन संस्कृति विश्व का कल्याण हो का उद्वघोष करती है , ऐसी परम्परा , संस्कृति की रक्षा के लिए हमे तैयार रहना होगा ।
कार्यक्रम मे प्रमुख रूप से सर्वश्री चन्द्र देव पटेल,मंगल मिश्र,अनुज पाण्डेय,करुणेश पाण्डेय, उपेन्द्र पाण्डेय,दीपक चौहान, सोनल, राकेश त्रिपाठी , अनुज पाण्डेय शशिकान्त मिश्र सहित गणमान्य लोग उपस्थित रहे ।
कार्यक्रम का आयोजन रोशन द्विवेदी ने किया, कुशल संचालन गौरव मिश्र ने किया, कार्यक्रम का समापन सामूहिक श्री हनुमान चालीसा पाठ से हुआ ।