विजय वर्मा
पाटन, उन्नाव। श्यामराज कुंवरि जगन्नाथ सिह सनातनधर्म कन्या इंटर कॉलेज, भगवन्तनगर में संस्थापक आदर्श शिक्षक रंजीत सिंह की 101वीं जयंती पर विशेष समारोह का आयोजन किया गया। मुख्य अतिथि स्वामी ब्रम्हात्मा नंद सरस्वती महाराज ने इस अवसर पर कहा कि इस संसार में हम सभी नाटक करने के निमित्त जन्म लेते हैं, चाहे वह किसी भी क्षेत्र में हो।
व्यक्ति की पहचान उसके कर्मों और अभिनय की अभिव्यक्ति से होती है। उन्होंने रंजीत सिंह के समाज सेवा के आदर्शों की प्रशंसा करते हुए कहा कि समाज में वही व्यक्ति सफल माना जाता है जो लोगों की सेवा करता है।समारोह के मुख्य वक्ता पूर्व शिक्षक रमेश सिंह ने रंजीत सिंह के परोपकारी स्वभाव और उनके द्वारा किए गए सेवाकार्यों को याद किया।
उन्होंने बताया कि रंजीत सिंह ने अपने मित्र शिक्षक साथी राम संघार की आर्थिक सहायता पूरी सेवाकाल में की।कार्यक्रम का शुभारंभ मुख्य अतिथियों द्वारा मां सरस्वती और रंजीत सिंह के चित्र पर माल्यार्पण और दीप प्रज्वलित कर किया गया। इस अवसर पर बच्चों ने सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किए और विद्यालय परिवार ने मेधावी छात्रों को प्रतीक चिन्ह और माल्यार्पण कर सम्मानित किया।
इसके साथ ही संस्था द्वारा गरीब निराश्रितों को कंबल वितरित किए गए।समारोह में कवियों ने कविता पाठ कर शिक्षक को श्रद्धांजलि अर्पित की। कार्यक्रम को राम सिंह सेवा निवृत्त जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी, नरेन्द्र सिंह आनंद, कमलेश वर्मा आदि ने संबोधित किया।
कार्यक्रम की अध्यक्षता पूर्व प्रधानाचार्य वी डी सिंह और संचालन प्रधानाचार्य योगेन्द्र कुमार ने किया।
प्रबंधक समरेन्द्र बहादुर सिंह ने आए हुए लोगों को अंग वस्त्र और प्रतीक चिन्ह भेंट कर सम्मानित किया और धन्यवाद ज्ञापित किया। इस अवसर पर अमरेश वर्मा, पूर्व शिक्षक गौरी शंकर सिंह, नागेन्द्र सिंह, सतेन्द्र सिंह बब्लू, मन्टू सिंह, शिवेन्द्र सिंह, गोवर्धन सिंह, रवि शंकर शुक्ला, आशू पाण्डेय, सुनील सिंह, अभय साहू, अवधेश सिंह सहित अन्य लोग उपस्थित रहे।