रायबरेली। क्षेत्र के पहाड़पुर खेड़ा पोस्ट अटौरा खुर्द गांव में आनंद मिश्रा द्वारा संकल्पित श्रीमद्भागवत कथा का शुभारंभ गाजे बाजे के साथ भव्य कलश यात्रा के साथ प्रारंभ हुई जिसमें बड़ी संख्या में महिलाओं ने सिर पर कलश रखकर गांव के मुख्य मार्गों से भ्रमण करते हुए देवालयों में पहुंची कलश यात्रा में सबसे आगे भक्ति सागर की स्वर बिखेरता हुआ डीजे चल रहा था और पीछे भक्ति से सरोबार धुनों पर श्रद्धालु झूमते हुए आगे बढ़ रहे थे गांव भ्रमण के पश्चात
कलश यात्रा वापिस कथा स्थली पहुंची इस दौरान श्री धाम वृंदावन से आए कथा व्यास भागवतोपासक वागीश श्री रामचंद्र दास जी महाराज द्वारा कलश यात्रा के महत्व पर प्रकाश डालते हुए बताया कि कलश में सारे देवता विराजमान होते हैं, और कलश को महिलाओं के सिर पर रखकर भ्रमण करने से धरा सिद्ध होती है।
जो भी कलश को धारण करता है उसकी आत्मा पवित्र हो जाती है, इसके बाद शाम को कथा प्रारम्भ हुई कथा व्यास ने श्रीमद् भागवत के महात्म्य के बारे में उपस्थित श्रोताओं के सम्मुख विस्तार पूर्वक वर्णन करते हुए कहा कि कथा के श्रवण मात्र से ही मनुष्य के विकार नष्ट हो जाते हैं, और वह मोक्ष प्राप्त करता है। इस दौरान बड़ी तादाद में श्रद्धालु मौजूद रहे।