- विकसित भारत-विकसित यूपी: डॉ. राजेश्वर सिंह ने सदन में रखा सरोजनीनगर विज़न का ब्लूप्रिंट
- “हमने नींद नहीं, सपने जगाए” – डॉ. राजेश्वर सिंह का विधानसभा में ऐतिहासिक भाषण
- डॉ. सिंह के विज़न से गूंजा सदन: सरोजनीनगर से लेकर यूपी की प्रगति की नई कहानी
शकील अहमद
लखनऊ। उत्तर प्रदेश विधानसभा के मानसून सत्र के दौरान, बुधवार को इतिहास में पहली बार लगातार 24 घंटे से अधिक समय तक सदन का संचालन हुआ। इस विशेष बैठक के अंतर्गत ‘विकसित भारत – विकसित उत्तर प्रदेश विज़न 2047’ विषय पर व्यापक चर्चा की गई। इसी क्रम में सरोजनी नगर विधायक डॉ. राजेश्वर सिंह ने सदन के पटल पर सरोजनी नगर को एक आदर्श और रोल मॉडल के रूप में प्रस्तुत करते हुए, विधानसभा स्तर पर इस विज़न की झलक साझा की।
देर रात लगभग सवा तीन बजे बोलते हुए डॉ. सिंह ने कहा
“प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी के दूरदर्शी नेतृत्व में 6.5% विकास दर के साथ भारत, विश्व की सबसे तेज़ी से बढ़ती अर्थव्यवस्था है, जबकि वैश्विक औसत विकास दर 3.5% है। आँकड़े स्वयं सच्चाई बयान करते हैं, विपक्ष के साथी ध्यान दें, जब प्रधानमंत्री मोदी जी ने सत्ता संभाली थी तब भारत का निर्यात 38 लाख करोड़ रुपये था, जो आज बढ़कर 74 लाख करोड़ रुपये हो गया है। यह हमारी उत्पादकता और गुणवत्ता का प्रमाण है।”
डॉ. सिंह ने आगे बताया कि 50 लाख करोड़ रुपये से अधिक के विदेशी मुद्रा भंडार के साथ भारत विश्व के 10 अग्रणी देशों में शामिल है। प्रतिवर्ष 6 लाख करोड़ रुपये से अधिक का प्रत्यक्ष विदेशी निवेश (FDI) आ रहा है। स्वर्ण भंडार के मामले में भी भारत विश्व के 10 प्रमुख देशों में है। ब्रिटेन और इटली को पीछे छोड़ते हुए भारत अब विश्व की चौथी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन चुका है।
उन्होंने कहा कि 11.5% जीएसडीपी के साथ उत्तर प्रदेश देश की सबसे तेज़ी से उभरती राज्य अर्थव्यवस्था है। आज उत्तर प्रदेश रेवेन्यू सरप्लस राज्य है और राज्य का कैपिटल एक्सपेंडिचर 2.25 लाख करोड़ रुपये तक पहुँच चुका है। अस्पताल, कॉलेज, सड़कों जैसे बुनियादी ढाँचे का तीव्र विकास हो रहा है। यही कारण है कि आज उत्तर प्रदेश में 33.5 लाख करोड़ रुपये से अधिक के निवेश प्रस्ताव प्राप्त हुए हैं, जिनमें से 15 लाख करोड़ रुपये से अधिक के निवेश धरातल पर उतर चुके हैं।
सरोजनी नगर को एक विकसित विधानसभा क्षेत्र और रोल मॉडल के रूप में प्रस्तुत करते हुए डॉ. सिंह ने कहा
“सरोजनी नगर में 7,000 करोड़ रुपये की लागत से देश की सबसे बड़ी आवासीय परियोजना विकसित हो रही है, जिसमें 1.5 लाख लोगों के लिए आवास और आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग के लिए 5,000 आवास शामिल हैं। नादरगंज में 10,000 करोड़ रुपये की लागत से आर्टिफ़िशियल इंटेलिजेंस सिटी स्थापित हो रही है, 1,500 एकड़ में ऐरोसिटी का निर्माण हो रहा है, और 1,500 करोड़ रुपये से अशोक लीलैंड का ईवी प्लांट स्थापित किया जा रहा है।”
उन्होंने आगे बताया कि सरोजनी नगर में डिफेंस कॉरिडोर स्थापित हो चुका है, जहाँ ब्रह्मोस मिसाइल का निर्माण हो रहा है, जिसका परीक्षण हाल ही में देखा गया। वर्ष 2022 में उनके प्रस्ताव पर लखनऊ में राज्य राजधानी क्षेत्र का गठन हुआ है, जिससे आने वाले वर्षों में 5,000 करोड़ रुपये के नए निवेश आएंगे।
डॉ. सिंह ने कहा, “पिछले तीन वर्षों में सरोजनी नगर में 41 विभागों से 32,000 करोड़ रुपये की लागत वाली 4,118 परियोजनाओं को स्वीकृति मिली है। जिस गति से प्रत्येक विधानसभा क्षेत्र का विकास हो रहा है, उसी गति से विकसित भारत – विकसित उत्तर प्रदेश की रूपरेखा तैयार हो रही है।”
अपने संबोधन के समापन पर सरोजनीनगर विधायक ने कहा
“हम भाग्यशाली हैं कि हमारे प्रदेश और देश का नेतृत्व सक्षम हाथों में है। स्पष्ट नीतियों और सुरक्षित निवेश माहौल के कारण उत्तर प्रदेश में बिजली, पानी, सड़क जैसी बुनियादी सुविधाओं का विस्तार तेजी से हो रहा है। आज लखनऊ में तीन एक्सप्रेसवे, विश्वस्तरीय एयरपोर्ट और मेट्रो नेटवर्क का विस्तार हमारी प्रगति का प्रमाण है।”
अपने अनुभव को एक्स (X) प्लेटफ़ॉर्म पर साझा करते हुए डॉ. सिंह ने लिखा
“जब विधानमंडल की रोशनी रातभर जलती है, तब प्रदेश के भविष्य का सूरज और तेज़ चमकता है! उत्तर प्रदेश विधानसभा के इतिहास में पहली बार आयोजित 24 घंटे लगातार चलने वाली चर्चा के बीच, रात्रि 3:00 बजे अपने विचार रखने का अवसर पाकर स्वयं को सौभाग्यशाली मानता हूँ। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी के नेतृत्व में यह रातभर का मंथन, विकास के अमृत कलश को भरने की दिशा में एक ऐतिहासिक कदम है। हमने नींद नहीं, बल्कि सपनों को जगाए रखा -और वह सपना है, उत्तर प्रदेश को 1 ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था बनाना।”
