• Home
  • Privacy Policy
  • Rules & Regulations
Tuesday, July 29, 2025
मानवाधिकार मीडिया
  • Login
  • देश
  • विदेश
  • राज्य
    • उत्तर प्रदेश
    • दिल्ली
    • गुजरात
    • छत्तीसगढ़
    • जम्मू और कश्मीर
    • झारखंड
    • पश्चिम बंगाल
    • बिहार
    • मध्य प्रदेश
    • महाराष्ट्र
    • राजस्थान
    • ओडिशा
    • हरियाणा
    • पंजाब
  • प्रमुख समाचार
  • क्राइम
  • मनोरंजन
  • मानवाधिकार मीडिया विशेष
    • संपादकीय
    • फ़िल्म समीक्षा
    • शख्सियत
    • ज्ञान विज्ञानं
    • पॉलिटिक्स
No Result
View All Result
  • देश
  • विदेश
  • राज्य
    • उत्तर प्रदेश
    • दिल्ली
    • गुजरात
    • छत्तीसगढ़
    • जम्मू और कश्मीर
    • झारखंड
    • पश्चिम बंगाल
    • बिहार
    • मध्य प्रदेश
    • महाराष्ट्र
    • राजस्थान
    • ओडिशा
    • हरियाणा
    • पंजाब
  • प्रमुख समाचार
  • क्राइम
  • मनोरंजन
  • मानवाधिकार मीडिया विशेष
    • संपादकीय
    • फ़िल्म समीक्षा
    • शख्सियत
    • ज्ञान विज्ञानं
    • पॉलिटिक्स
No Result
View All Result
मानवाधिकार मीडिया
No Result
View All Result
Home देश

वैदिक गणित से गणित बनेगा आसान और रोचक, PM भी इसके महत्व पर दे चुके हैं जोर

by Mohd Faiz
October 11, 2024
in देश
0
वैदिक गणित से गणित बनेगा आसान और रोचक, PM भी इसके महत्व पर दे चुके हैं जोर

 

‘घर का जोगी जोगड़ा, आन गांव का सिद्ध’ इसका तात्पर्य यह है कि अपने घर या देश का कोई व्यक्ति चाहे कितना ही योग्य और सिद्धि प्राप्त क्यों न हो उसको उतना सम्मान नहीं दिया जाता जितना किसी दूसरे घर या देश के एक मामूली से व्यक्ति को प्राप्त हो जाता है । दूसरों को तो हमारी संस्कृति से ईष्या और जलन थी ही लेकिन हमने खुद ने भी अपनी महानता को नहीं पहचाना। आज विदेशी लोग तो हमारे वैदिक गणित को अपना रहे हैं। लेकिन हमारे देश के कई लोग भारत वर्ष और सनातन को बदनाम करने का बीड़ा उठा रहे हैं। तो हमारा भी उत्तरदायित्व बनता है कि हम अपनी महान विरासत को पहचान उसे अपने जीवन में शामिल करें।
गणित उन विषयों में से एक है जिसे समझने और सराहने में अधिकांश शिक्षार्थी संघर्ष करते हैं। हालाँकि, क्या होगा यदि गणित सीखने का कोई आसान और तेज़ तरीका हो? स्कूल में गणित के इस ज्य़ोमैट्री के चैप्टर ने हमारे दिमाग को बहुत टॉर्चर किया है। लेकिन ये टॉर्चर नहीं होता अगर हमें वैदिक तरीके से गमित सिखाया जाता।
वैदिक काल में गुरु अपने शिष्य को इतने प्रैक्टिकल ढंग से गणित और भूमति के नियम सिखाते थे कि विद्यार्थी दैनिक कार्य करते करते ही ज्योमैट्री सिख जाते थे। अगर वैदिककालिन ज्योमैट्री अच्छी थी तो फिर हमें ये रट्टा लगाने वाली शिक्षा पद्दति में पायथागोरोस के प्रमेय और यूक्लिर के सिद्धांत क्यों सिखाए जाते हैं। क्यों भारतीय गणितज्ञ का नाम मात्र भी हमारे पुस्तकों में नहीं देखने मिलता।
वैदिक गणित की उत्पत्ति कहां से हुई 
‘यथा शिखा मयूराणां नागानां मणयो यथा, तद्वद् वेदांगशास्त्राणां गणितं मूर्ध्नि स्थितम्’ का अर्थ है कि जिस तरह मोरों की शिखा और नागों के सिर पर मणि का स्थान सबसे ऊपर होता है, उसी तरह सभी वेदांग और शास्त्रों में गणित यानी ज्योतिष का स्थान सबसे ऊपर होता है। दूसरा श्लोक युक्तियुक्तं वाचो ग्राह्यं बलादपि शुकाादपि।
अयुक्तमपि न गृह्यं साक्षादापि वृहस्पते यानी अगर कुछ तर्कसंगत और उचित सलाह है यदि कोई बच्चा या कोई बात करने वाला तोता भी आपको कोई सलाह दे, तो उसे गंभीरता से लेना चाहिए और उस पर ध्यान देना चाहिए, जबकि यदि कोई तर्कहीन बात आपको बताई जाए, तो उसे स्वीकार नहीं करना चाहिए। वैदिक शब्द संस्कृत शब्द वेद से लिया गया है, जिसका अर्थ है ज्ञान। वैदिक गणित की जड़ें प्राचीन भारतीय ग्रंथों में पाई जाती हैं जिन्हें वेदों के नाम से जाना जाता है। वैदिक गणित का वर्णन भारत के वैदिक इतिहास से किया गया है जिसे वेदों की पवित्र पुस्तकों से निकाला गया है।
यह पारंपरिक तरीकों की तुलना में कुछ ही समय में कठिन गणितीय समस्याओं के समाधान प्राप्त करने के लिए आसान प्रक्रियाओं और एल्गोरिदम, या “सूत्रों” का उपयोग करता है। यह अत्यधिक विकसित प्रणाली गणितीय समस्याओं के सभी स्तरों को पूरा कर सकती है, सबसे सरल से लेकर सबसे जटिल तक, जो इसे गणितज्ञ के लिए सर्वव्यापी बनाती है। ये हजारों साल पुराने हैं। स्वामी भारती कृष्ण तीर्थ ने 20वीं सदी की शुरुआत में इस प्रणाली की फिर से खोज की और इन गणितीय सिद्धांतों को अपनी पुस्तक वैदिक गणित में दर्ज किया।

 

वैदिक गणित के मूल सिद्धांत: 
सूत्र: वैदिक गणित की नींव वेदों से निकाले गए सोलह गणितीय सूत्रों में निहित है। ये सूत्र विभिन्न गणितीय समस्याओं को हल करने के लिए संक्षिप्त और कुशल तरीकों के रूप में काम करते हैं।
एकाधिकेन पूर्वेण: इस सूत्र का प्रयोग तीन स्थितियों में होता है। इसका इस्तेमाल वैदिक गणित में जटिल संख्याओं का वर्ग निकालने के लिए किया जाता है। इस सूत्र का इस्तेमाल करके गुणा करने, योग करने, व्यकलन करने और भिन्न को दशमलव में बदलने जैसे काम आसानी से किए जा सकते हैं।
निखिलं नवतश्चरामं दशातः 16 वैदिक गणित सूत्रों में से एक है। इसका उपयोग जमा, घटा, गुणा, भाग, वर्ग, घन में कर सकते हैं। इसका अर्थ है कि अंतिम संख्या को 10 में से और बाकी संख्या को 9 में से घटाना है।
ऊर्ध्व-तिर्यग्भ्यम्: इसका इस्तेमाल दो संख्याओं का गुणा करने के लिए किया जाता है। यह एक ऊर्ध्वाधर और अनुप्रस्थ विधि है।
वर्तमान दौर में वैदिक गणित किस प्रकार प्रासंगिक है?
इन अवधारणाओं का अनुप्रयोग शुद्ध गणित तक ही सीमित नहीं है, बल्कि इंजीनियरिंग, चिकित्सा और खगोल विज्ञान जैसे कई विषयों के अध्ययन में सहायक हो सकता है। वैदिक गणित न केवल इसका अध्ययन करने वालों के लिए गणित को सरल बना सकता है, बल्कि छात्रों के लिए करियर के अवसर भी खोल सकता है।
वैदिक गणित क्यों सीखना चाहिए?
स्पीड एंड एक्यूरेसी: वैदिक गणित गणना की स्पीड और एक्यूरेसी में इजाफा करने के लिए एक ट्राई एंड टेस्टेड फॉर्मूला है। सूत्र शॉर्टकट मेथड और मेंटल ट्रिक प्रदान करते हैं। इससे छात्रों को प्रॉब्लम्स को स्पीड से सॉल्व करना आसान हो जाता है।
नमनीयता और अनुकूलनीयता: वैदिक गणित एक ही प्रॉब्लम को हल करने के लिए कई विजन प्रदान करता है, जिससे छात्रों को वह मेथड चुनने का ऑपश्न मिल जाता है जो उसके लिए मुफीद हो। परिस्थितियों के अनुरूप बदलाव कर प्रॉब्लम को सॉल्व करने की गणितीय अवधारणाओं को बढ़ावा देती है।
सभी विषयों में कारगर 
वैदिक गणित में सीखी गई तकनीकें अंकगणित तक ही सीमित नहीं हैं। उन्हें बीजगणित, ज्यामिति और गणित की अन्य शाखाओं पर लागू किया जा सकता है, जिससे गणितीय दक्षता के लिए एक समग्र आधार तैयार किया जा सकता है।
पीएम मोदी भी दे चुके हैं इसके महत्व पर जोर 
पीएम ने वैदिक गणित के महत्व को बतायाप्रधानमंत्री ने वैदिक गणित के महत्व को बताते हुए कहा कि आप छात्रों तक इसे पहुंचाने की कोशिश कीजिए। ऑनलाइन वैदिक गणित की क्लासेस भी चलते हैं। यूके में कई जगह सिलेबस में वैदिक मेथमैटिक है। जिन बच्चों को मेथ्स में रुचि नहीं है, अगर वो थोड़ा भी इसे देखेंगे उनको लगेगा ये तो मैजिक है। एक दम से उनका मन इसे सीखने में लग जाता है। संस्कृत से हमारे देश के जितने भी विषय हैं, उनसे परचित कराने के बारे में सोचना चाहिए।
Share

Related Posts

ऑपरेशन सिंदूर ने आतंकी हमले में पीड़ित बहिनों को न्याय दिलाया-
देश

ऑपरेशन सिंदूर ने आतंकी हमले में पीड़ित बहिनों को न्याय दिलाया-

May 7, 2025
ऑपरेशन सिंदूर से भारत ने अपनी भूमि पर हुए हमले का जवाब देने के स्व-अधिकार का इस्तेमाल किया: रक्षा मंत्री
देश

ऑपरेशन सिंदूर से भारत ने अपनी भूमि पर हुए हमले का जवाब देने के स्व-अधिकार का इस्तेमाल किया: रक्षा मंत्री

May 7, 2025
भारतीय सशस्त्र बलों ने ऑपरेशन सिंदूर के दौरान अपनी वीरता और साहस का परिचय देकर इतिहास रचा- रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह
देश

भारतीय सशस्त्र बलों ने ऑपरेशन सिंदूर के दौरान अपनी वीरता और साहस का परिचय देकर इतिहास रचा- रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह

May 7, 2025
राष्‍ट्रपति द्रौपदी मुर्मु आज पहले राष्‍ट्रीय मध्‍यस्‍थता सम्‍मेलन का उद्घटान करेंगी
देश

राष्‍ट्रपति द्रौपदी मुर्मु आज पहले राष्‍ट्रीय मध्‍यस्‍थता सम्‍मेलन का उद्घटान करेंगी

May 3, 2025
अंगोला के राष्ट्रपति का राष्ट्रपति भवन में स्वागत, भारत और अंगोला के बीच कई समझौतों पर हस्ताक्षर होने की संभावना
देश

अंगोला के राष्ट्रपति का राष्ट्रपति भवन में स्वागत, भारत और अंगोला के बीच कई समझौतों पर हस्ताक्षर होने की संभावना

May 3, 2025
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी आज मुम्बई में वेव्स-2025 का उद्घाटन करेंगे
देश

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी आज मुम्बई में वेव्स-2025 का उद्घाटन करेंगे

May 1, 2025
Next Post
श्री-श्री रंकिणी मंदिर कमेटी ने दुर्गा पूजा पंडाल में रतन टाटा को दी गई श्रद्धांजलि

श्री-श्री रंकिणी मंदिर कमेटी ने दुर्गा पूजा पंडाल में रतन टाटा को दी गई श्रद्धांजलि

POPULAR NEWS

No Content Available

WEATHER UPDATES

मौसम

EDITOR'S PICK

हेमंत सरकार का मंत्रिमंडल में विभागों का हुआ बंटवारा

हेमंत सरकार का मंत्रिमंडल में विभागों का हुआ बंटवारा

December 6, 2024
बोकारो : जिला प्रशासन-सीसीएल के बीच हुआ एमओयू, दिव्यांगजनों को संशोधित स्कूटर प्रदान करने का मामला

बोकारो : जिला प्रशासन-सीसीएल के बीच हुआ एमओयू, दिव्यांगजनों को संशोधित स्कूटर प्रदान करने का मामला

February 11, 2025

जैन समाज के आराध्य देव चलते फिरते सिद्ध भगवान आचार्य श्री विद्यासागर जी का हुआ समाधि पूर्वक देह परिवर्तन*

February 18, 2024

प्रयागराज

December 9, 2023

CRICKET LIVE SCORE

RASHIFAL UPDATES

Facebook Twitter Youtube Instagram

About Us

मानवाधिकार मीडिया

मानवाधिकार मीडिया एक स्वतंत्र और निष्पक्ष समाचार वेबसाइट है, जो आपके लिए ताजा और सटीक खबरें लाती है। हमारा उद्देश्य है समाज में जागरूकता फैलाना, मानवीय अधिकारों की रक्षा करना और निष्पक्ष पत्रकारिता के माध्यम से सत्य को उजागर करना। हम आपकी आवाज़ को बुलंद करने के लिए प्रतिबद्ध हैं और आपके विश्वास के लिए आभारी हैं। साथ मिलकर, हम एक बेहतर समाज के निर्माण की दिशा में कदम बढ़ा रहे हैं।

kamranasadjournalist@gmail.com

Recent Posts

  • JAMSHEDPUR : जिला स्तरीय स्वतंत्रता दिवस समारोह, गोपाल मैदान में होगा
  • JAMSHEDPUR : जमशेदपुर शहर के विभिन्न प्रतिष्ठानों में अग्नि सुरक्षा के प्रति जागरूकता हेतु मॉक ड्रिल का आयोजन
  • JAMSHEDPUR : अबुआ आवास योजना के लाभुकों को सौंपे गए आवास की चाबी एवं उपहार, विधायक, बहरागोड़ा और उप विकास आयुक्त ने किया सामूहिक गृह प्रवेश कार्यक्रम का उद्घाटन
  • JAMSHEDPUR : हल्का कर्मचारी से संबंधित मामलों के निष्पादन हेतु प्रत्येक सोमवार को आयोजित हो रहा विशेष कैंप

RSS मानवाधिकार मीडिया

  • JAMSHEDPUR : जिला स्तरीय स्वतंत्रता दिवस समारोह, गोपाल मैदान में होगा

Follow us

Log In

Our Visitors

Visitors Today
3202
2492360
Total Visitors
238
Live visitors

© 2025 Manvadhikar Media

No Result
View All Result
  • देश
  • विदेश
  • राज्य
    • उत्तर प्रदेश
    • दिल्ली
    • गुजरात
    • छत्तीसगढ़
    • जम्मू और कश्मीर
    • झारखंड
    • पश्चिम बंगाल
    • बिहार
    • मध्य प्रदेश
    • महाराष्ट्र
    • राजस्थान
    • ओडिशा
    • हरियाणा
    • पंजाब
  • प्रमुख समाचार
  • क्राइम
  • मनोरंजन
  • मानवाधिकार मीडिया विशेष
    • संपादकीय
    • फ़िल्म समीक्षा
    • शख्सियत
    • ज्ञान विज्ञानं
    • पॉलिटिक्स

© 2025 Manvadhikar Media

Welcome Back!

Login to your account below

Forgotten Password?

Create New Account!

Fill the forms below to register

All fields are required. Log In

Retrieve your password

Please enter your username or email address to reset your password.

Log In
This website uses cookies. By continuing to use this website you are giving consent to cookies being used. Visit our Privacy and Cookie Policy.